सरे। Canada News: कनाडा की धरती से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाले सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के खिलाफ कनाडाई मूल समेत भारतीय एनआरआईज एकजुट हो गए हैं। कनाडा के लोगों ने सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) पर बैन लगाने की मांग की है।
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मीडिया संगठन रेडियो इंडिया (सरे) के प्रबंध निदेशक मनिंदर सिंह गिल ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को पत्र लिखकर किसी विशेष पार्टी के बजाय पूरे पंजाबी सिख समुदाय के हितों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि एक मीडिया हस्ती के रूप में, यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे कनाडा में भारतीय-कनाडाई समुदाय के सामने आने वाली सुरक्षा चिंताओं को सक्षम सरकार के ध्यान में लाएं।
गिल ने कहा, ”कनाडा में भारतीय-कनाडाई समुदाय के खिलाफ नफरत और धमकी की हरकतें खतरनाक स्तर पर पहुंच गई हैं। कनाडा में दिनदहाड़े इंडो-कनाडाई समुदाय पर शारीरिक हमले आम हो गए हैं।
मारने की धमकियों का सामना करना पड़ा
सरे में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को लेकर उन्हें खुद भी शारीरिक हमले और जान से मारने की धमकियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन देश में कानून के तहत उन्हें अभी तक कोई न्याय नहीं मिला है, जबकि ये हमले 19 मार्च 2023 को पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में हुए थे।”
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उन्होंने कहा कि सुरक्षा संबंधी खतरे अब खुला आतंकवाद बन गए हैं क्योंकि सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के गुरपतवंत पन्नू ने भारतीय समुदाय को एयर इंडिया पर हमला करने की खुलेआम धमकी दी है। पन्नू ने सिख समुदाय को खुलेआम चेतावनी दी है कि वे एयर इंडिया से यात्रा न करें क्योंकि उनकी जान को खतरा हो सकता है।
यह आतंकी धमकी गुरपतवंत पन्नू की हिंदू समुदाय को दी गई धमकी के बाद आई है, जिसमें उन्होंने हिंदू समुदाय से कनाडा छोड़कर भारत वापस जाने को कहा था।
आतंकी धमकियों से लोग परेशान
उन्होंने कहा कि ये आतंकी धमकियां एयर इंडिया आतंकी हमले के 329 कनाडाई पीड़ितों को परेशान करती हैं, जिनके परिवार के सदस्य इस घटना में मारे गए थे। गिल ने कहा कि पन्नू की हालिया धमकियां उन परिवारों के घावों पर नमक छिड़कने के समान हैं जिन्हें आज तक न्याय नहीं मिला है।