डेली संवाद, जालंधर। PIMS: पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (पिम्स) में दिव्य जागृति संस्थान की ओर से स्ट्रेस मेनेजमेंट पर अवेयरनेस लेक्चर का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि डॉ. कवल भारती की ओऱ से लेक्चर दिया गया।
इस अवसर पर पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह और डायरेक्टर प्रिंसीपल डॉ. राजीव अरोड़ा, डॉ. एच के चीमा डीन एकेडिमक, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. पुनीत खुराना ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। इस अवसर रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने कहा कि आजकल हर दूसरा व्यक्ति तनाव से पीड़ित है।
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लोग छोटी-छोटी बातों के बारे में इतना सोचते हैं कि अन्य जरूरी बातों पर उनका ध्यान नहीं जाता है। तनाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। बिमारियों की जड़ भी तनाव ही है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते तनाव को कम न किया जाए तो इसका बुरा असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है।
बच्चे भी तनाव से अछुते नहीं
सामान्य भाषा में कहा जाए तो तनाव एक मानसिक बिमारी। डायरेक्टर प्रिंसीपल डॉ. राजीव अरोड़ा ने कहा कि बच्चे भी तनाव से अछुते नहीं है। पढ़ाई का स्ट्रेस फिर परीक्षा का स्ट्रेस। इसी तनाव को कम करने के लिए पिम्स में डा. कवल भारती ओऱ से स्ट्रेस मेनेजमेंट पर लेक्टर का आयोजन किया जा रहा है।
तनाव क्यों होता है, यह जानना जरूरी
उन्होंने कहा कि अगर बच्चों में तनाव नहीं होगा तभी वे अच्छे से पढ़ सकेंगे और भविष्य में अच्छे डाक्टर बन लोगों की सेवा करेंगे। डॉ. कवल भारती ने बताया कि सबसे पहले तो तनाव क्यों होता है, यह जानना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोई काम करना चाहते है अगर वो समय पर नहीं हो रहा या एक समय पर हम कई काम करने की कोशिश करते है तो तनाव उत्पन्न होता है।
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दूसरा पढ़ाई को लेकर अकसर विद्यार्थी तनाव में रहते हैं। तनाव के लक्ष्णों के बारे में उन्होंने बताया कि मन बेचेन रहना, किसी भी काम में मन न लगना, चिड़चिड़ा पन, भीड़ में भी अपने आप को अकेला महसूस करना आदि तनाव के लक्ष्ण है। तनाव दूर करने के लिए अपने परिवार की मदद ले। दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं, व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें। इस अवसर पर पिम्स के विद्यार्थी औऱ अन्य स्टाफ भी मौजूद था।