डेली संवाद, जालंधर। PIMS: पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन ग्रुप सीयूएमई यूके के बीच एक अहम समझौता (करार) हुआ है। इस समझौते के तहत वह पंजाब क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा का एकीकरण और उपचारात्मक कौशल के क्षेत्र में एक दूसरे के साथ अपने कार्यक्रम साझा करने जा रहे हैं।
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यह समझौता न केवल पिम्स या पंजाब ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। इस श्रृंखला में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की परामर्श सेवाएं प्रदान करने वाले प्रतिनिधिमंडल के चिकित्सा विशेषज्ञ 24 से 26 जनवरी तक ने पिम्स का दौरा करेंगें।
इस अवसर पर पिम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. कंवलजीत सिंह ने इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम सीएमयुईजी के साथ इस कार्यक्रम को शुरु करने के लिए उत्साहित हैं। कैंब्रिज की ओऱ से हमारे साथियों के साथ अपने अनुभव सांझा करने से हमारे चिकित्सा शिक्षा व अभ्यास को आगे बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की ओऱ एक प्रभावशाली छलांग होगी।
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उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ब्रिटेन की चिकिस्ता शिक्षा के अभ्यास एंव पिम्स के चिकित्सकों को मौजूदा चल रहे निम्नलिखित क्षेत्रों जैसे कि शैक्षणिक ढांचा, पाठ्यक्रम डिजाइन विकास, चिकित्सीय संचार व्यावहारिक कौशल, क्लीनिकल तर्क औऱ निर्णय लेने का कौशल, मुल्याकंन पद्थति, गुणवता आश्वासन औऱ शैक्षिणिक व्यवस्था की जानकारी देने पर केंद्रित रहेगा।
पिम्स के साथ इस प्रयास में भागीदार बनकर गौरवांन्वित
इस मौके पर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के हेड चेरी फ्रांस ने कहा कि सीयूएमईजी पिम्स के साथ चिकित्सा एकीकरण के इस प्रयास में भागीदार बनकर गौरवांन्वित है। यह हमारे चिकित्सा क्षेत्र में आगे बढ़ने के लक्ष्य से पूरी तरह मेल खाता है। पिम्स की ओऱ से अपने विचारों औरअभ्यासों को सांझा किए जाने से न सिर्फ हमारे बीज तालमेल में इजाफा होगा बल्कि यह मरीजों की संभाल औऱ चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में आग बढ़ने की दिशा में भी काफी लाभकारी रहेगा।