डेली संवाद, नई दिल्ली। Tilak Significance: हिंदू धर्म में तिलक लगाने की प्राचीन परंपरा है, जिसका पालन लोग आज भी करते हैं। सौंदर्यात्मक प्रतीक के अलावा, इसे लगाने का गहरा महत्व है, जो लोगों को आध्यात्मिकता से जोड़ता है।
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इसके साथ ही इसके कई लाभ हैं। ऐसे में आज हम तिलक लगाने विभिन्न फायदों और उसके पीछे की वजह के बारे में बात करेंगे, जो बहुत जरूरी है।
तिलक क्यों लगाया जाता है?
तिलक केवल एक संस्कृति नहीं, बल्कि यह एक आध्यात्मिक संकेत हैं, जो तीसरी आंख या आज्ञा चक्र का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसा कहा जाता है कि तिलक हमारी आध्यात्मिक चेतना को जागृत करता है। इसके साथ ही पूजा- पाठ, ध्यान और धार्मिक गतिविधियों के दौरान दिव्य ऊर्जाओं के साथ संबंध को बढ़ावा देता है।
सिन्दूर का तिलक
सिन्दूर का तिलक कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। साथ ही यह आत्मविश्वास के रूप में कार्य करता है, जो लोगों को सभी तरह की मुश्किलों से गुजरने के लिए सशक्त बनाता है। यही नहीं इसे लगाने से फोकस बढ़ता है और मानसिक शांति मिलती है।
हल्दी का तिलक
हल्दी का तिलक का तिलक लगाने से त्वचा निखरती है। कहा जाता है कि इसे रोजाना लगाने से आत्मविश्वास बढ़ता है। परंपरा और कल्याण का मिश्रण यह तिलक आत्मा के लिए मरहम का काम करता है।
चंदन का तिलक
चंदन का तिलक सबसे प्रसिद्ध तिलकों में से एक है। चंदन का तिलक लगाने से न केवल ठंडक मिलती है, बल्कि यह हमारे आज्ञा चक्र का ध्यान भी आकर्षित करता है। इसके साथ ही यह तिलक तनाव-नाशक है। ऐसा कहा जाता है कि इस तिलक को प्रतिदिन लगाने से आध्यात्मिक अनुभव बढ़ता है।
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