PIMS News: पिम्स में मनाया गया ग्लूकोमा जागरुक सप्ताह संयुक्त और विश्व किडनी दिवस

Daily Samvad
4 Min Read
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

डेली संवाद जालंधर। PIMS News: पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइसिज (PIMS) में विश्व किडनी दिवस और ग्लूकोमा जागरुक सप्ताह संयुक्त रूप से मनाया गया। इस अवसर पर मेडिसन विभाग में मरीजों का शूगर और न्यूरोपेथी टेस्ट किया गया।

इस अवसर पर मेडिसन विभाग के प्रमुख डॉ. एन.एस नेकी ने मरीजों को किडनी से संबंधित बिमारियों औऱ उसके बचाव की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्व किडनी दिवस मनाने उद्देश्य किडनी के बारें में जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि किडनी शरीरं में फिल्टर का काम करती है।

ये भी पढ़ें: जालंधर के अग्रवाल ढाबे पर नगर निगम की बड़ी कार्रवाई

किडनियां खराब होने की सबसे बड़ी वजह है शूगर औऱ ब्लड प्रेशर। उन्होंने कहा कि अकसर लोग हरे, नीले और अलग-अलग रंग की दवाइयां खाते हैं। इन दवाइयों का नाम तो वह नहीं जानते मगर रंगों के हिसाब से दवाइयां खाते हैं। जो कि सीधा किडनियों पर असर करती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि दोनों किडनियों के 60 प्रतिशत डैमेज हो जाने के बाद शरीर पर इसके लक्षण नजर आने शुरू होते हैं। उन्होंने इसके बचाव के बारे में बताया कि खूब पानी पिएं। यह किडनी को स्वस्थ रखने का सबसे आम और सरल तरीका है। भरपूर पानी, विशेष रूप से गर्म पानी का सेवन करने से गुर्दे को शरीर से सोडियम, यूरिया और जहरीले पदार्थों को साफ करने में मदद करता है।

ये भी पढ़ें: जालंधर के Board to Abroad के ट्रेवल एजैंट पर महिला ने लगाए सनसनीखेज आरोप

उधर आखों के विभाग की प्रमुख डॉ. तानिया मोडगिल ने कहा कि ग्लूकोमा जागरुकता सप्ताह के प्रति लोगों को जागरुक होना चाहिए। ग्लूकोमा सप्ताह हर साल मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि ग्लूकोमा एक तरह का साइलेंट किलर होता है, जिसका पहले पता नहीं चलता। उन्होंने कहा कि वैसे तो ग्लूकोमा किसी भी उम्र में हो सकता है।

40 साल के बाद आंखों का निरंतर चैकअप करवाते रहे

40 साल के बाद इसका खतरा ओऱ बढ़ जाता है। इसलिए लोगों को 40 साल के बाद अपनी आंखों का निरंतर चैकअप करवाते रहना चाहिए। ग्लूकोमा का सिर्फ एक ही इलाज है कि समय से पहले इस बिमारी को पकड़ा जाए। पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने कहा कि पिम्स की ओऱ से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए मेडिकल केंपों के साथ जागरुकता कार्यक्रमों का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

लोगों को जागरुक करने का उद्देश्य यह है कि लोगों में जितनी जागरुता होगी उतने अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगें। उन्होंने कहा कि पिम्स में रियायती दरों पर लोगों स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। इस अवसर पर मेडिकल सुपरिटंडेंट डॉ. पुनीत खुराना, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट राजिंदर कौर नंदा, सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. रजनीश कुमार के अलावा मेडिसन विभाग, आखों के विभाग औऱ अन्य विभागों के डाक्टर इस अवसर पर मौजूद थे।















Share This Article
Follow:
महाबीर जायसवाल, डेली संवाद ऑनलाइन में चीफ एडिटर हैं। वे राजनीति, अपराध, देश-दुनिया की खबरों पर दमदार पकड़ रखते हैं। वह 9 सालों से अधिक समय से Daily Samvad (Digital) में चीफ एडिटर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने पत्रकारिता करियर की शुरुआत क्राइम की खबरों से की, जबकि उनके पास, अमर उजाला, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग से लेकर एडिटर तक 25 साल से अधिक पत्रकारिता का अनुभव है। उन्होंने इलाहाबाद की यूनिवर्सिटी से मास कॉम्यूनिकेशन, बीए और एमए की डिग्री हासिल की है।
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *