डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर में पठानकोट रोड पर हेमकुंट पब्लिक स्कूल के पीछे 50 एकड़ में काटी जा रही कालोनी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। उक्त कालोनी और कालोनाइजर के खिलाफ जालंधर डेवलेपमेंट अथारिटी (JDA) ने बड़ा एक्शन लिया है। JDA के मुताबिक कालोनी का काम रुकवा दिया गया है और कार्रवाई के लिए SSP और जिला प्रशासन को चिट्ठी लिखी गई है।
रवि छाबड़ा ने JDA में की शिकायत
आरटीआई एक्टिविस्ट रवि छाबड़ा ने पठानकोट रोड पर स्थित हेमकुंट पब्लिक स्कूल के पीछे 50 एकड़ में काटी जा रही कालोनी की शिकायत जेडीए के अधिकारियों से की थी। इस शिकायत के बाद जेडीए ने एक्शन लिया है। जेडीए ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कहा है कि उक्त कालोनी का सारा काम रुकवा दिया गया है।
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जेडीए के अधिकारियों के मुताबिक कालोनी के कागजात राजस्व विभाग से मांगे गए हैं। साथ ही उक्त कालोनी में काम रुकवा दिया गया। इसके साथ ही एसएसपी को चिट्ठी लिखी गई है कि अगर उक्त कालोनी में कोई काम होता है तो कालोनाइजर के खिलाफ कार्ऱवाई की जाए।
SSP और सब रजिस्ट्रार को चिट्ठी
इसके साथ ही जेडीए ने सब रजिस्ट्रार को भी चिट्ठी लिखी है। सब रजिस्ट्रार को चिट्ठी लिख कर उक्त कालोनी की सेल डीड रोकने को कहा गया है। यह एक्शन शिकायतकर्ता रवि छाबड़ा की शिकायत के बाद हुई है। अगर आप भी उक्त कालोनी में प्लाट खरीदने जा रहे हैं तो पहले राजस्व विभाग और जेडीए से एक बार पड़ताल जरूर कर लें।
जेडीए द्वारा किया गया एक्शन

उधर, शिकायतकर्ता रवि छाबड़ा ने कहा है कि जिस कालोनी को निशांत गुप्ता वैध बता रहा है, तो उस कालोनी में जेडीए द्वारा पास किए लाइसैंस को लेकर कोई बोर्ड क्यों नहीं लगाया? इसके अलावा अगर निशांत ने सरकार के खजाने में पैसे जमा करवाए हैं, तो उन्होंने लाइसेंस क्यों लिया। अगर कालोनी वैध है तो JDA ने SSP और सब रजिस्ट्रार को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई क्यों करवाना चाहती है?
निशांत गुप्ता ने नोटिस भेजकर रखा अपना पक्ष
उधर, पठानकोट रोड पर हेमकुंट स्कूल के पीछे काटी गई कालोनी की खबर प्रकाशित होने के बाद निशांत गुप्ता नामक व्यक्ति ने फोन पर अपना पक्ष ऱखा। डेली संवाद ने उस दिन भी निशांत का पक्ष प्रकाशित किया था। लेकिन निशांत चाहते थे कि खबर पूरी तरह से डिलीट हो जाए। जो संभव नहीं है।
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इसके बाद निशांत गुप्ता की तरफ से डेली संवाद को लीगल नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखा है। नोटिस में निशांत के वकील ने कहा है कि उनके क्लाइंट की कालोनी वैध है। डेली संवाद पर खबर भ्रामक लिखी है। इसलिए पांच दिन के भीतर खबर को डिलीट किया जाए। जल्द ही डेली संवाद की लीगल टीम निशांत गुप्ता के नोटिस का जवाब देगी।

ऐसी कालोनियों में बिल्कुल मत खरीदें प्लाट
अगर निशांत की यह कालोनी पूरी तरह वैध है तो जेडीए कार्रवाई क्यों कर रहा है? जेडीए ने ही पुलिस और प्रशासन को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है। आप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि नोटिस भेजकर खबर को डिलीट आखिर क्यों करवाना चाहते हैं? डेली संवाद का मकसद है कि लोगों को सचेत करना। ऐसी कालोनी में प्लाट न खरीदें, जिससे कि उस पर कार्ऱवाई हो और आपकी खून-पसीने की कमाई बर्बाद हो जाए।
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