डेली संवाद, जालंधर। DIPS News: बच्चों को भारत व विश्व के विभिन्न ऐतिहासिक इमारतों से अवगत करवाने के लिए डिप्स चेन के सभी शिक्षण संस्थानों में विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day) मनाया गया। इस दौरान बच्चों ने दुनिया भर के महत्वपूर्ण स्मारकों को चित्रित करके उनके बारे में अपने सहपाठियों को जानकारी दी।
बच्चों ने बताया कि दुनियाभर में ऐसी कई सारी ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं, जिन्हें देखने के लिए दुनिया भर से लोग पहुंचते है। यह धरोहर न सिर्फ पुरानी संस्कृति का एहसास करवाती है बल्कि उनसे जुड़ी कहानियों किस्से के बारे में भी जानकारी देती है। आज के समय में यह इमारतें जर्जर होनी शुरू हो चुकी है जिस कारण उन्हें देखभाल की बहुत ही जरूरत है।
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वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते है जो उन पर पेटिंग करके, थूक कर उन्हें खराब करते है। विश्व विरासत दिवस के अवसर पर बच्चों के लिए इंटर हाउस क्विज कंपीटिशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को देश और विदेश की विभिन्न ऐतिहासिक इमारतों के बारे में उनसे पूछा गया और उनके बारे में जानकारी दी गई।
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टीचर्स ने बच्चों को बताया कि वर्ल्ड हेरिटेज दिवस की शुरूआत 1982 में हुई थी और 1983 में यूनेस्को द्वारा इसे मान्यता दी गई थी। छात्रों को बताया गया कि हर साल इस दिन को मनाने के लिए थीम निर्धारित किया जाता है। इस वर्ष इस दिवस का विषय “विविधता की खोज और अनुभव करना” है।
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डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह और सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने बताया कि इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद हमारे इतिहास से जुड़े ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों को संरक्षित करना है। हम विद्यार्थियों को भी आगे आकर पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए और ऐतिहासिक इमारतों को पूरी तरह से संरक्षित करना चाहिए।
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इससे आगे आने वाली पीढ़ी भी इन इमारतों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेगें। उन्होंने कहा कि हमारी विरासत हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान है और हमारी आने वाली पीढ़ी को इसके संरक्षण के प्रति जागरूक होना चाहिए और इसकी सुरक्षा करनी चाहिए।