डेली संवाद, नई दिल्ली। Rahul Gandhi: शरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा संसद सत्र के दौरान गुरु नानक देव जी (Guru Nanak Dev Ji) की तस्वीर दिखाते हुए की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट धामी ने धर्म और राजनीति को दूर रखने की सलाह दी है।
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उन्होंने लोकसभा स्पीकर से भी अनुरोध किया है कि भविष्य में किसी को भी किसी तरह का अनादर करने की इजाजत न दी जाए। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि एक फोटो वायरल हुई, जिसमें राहुल गांधी ने गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाई।
एक हाथ उठा हुआ
जिसमें गुरु नानक देव जी का एक हाथ उठा हुआ है। राहुल गांधी ने इसे अभय मुद्रा कहा। इस पर एसजीपीसी की बैठक में आपत्ति जताई गई।
प्रधान एडवोकेट धामी ने कहा कि इसका सिख पंथ के साथ कोई संबंध नहीं है। गुरु नानक देव जी का जो फलसफा है, वे एक ओंकार का है। जिसमें गुरु साहिब ने नीचों को ऊंचा किया, जिनकी एक समय में निंदा की जाती थी।
अंतरिम कमेटी में किया गया मत पास
अंतरिम कमेटी की बैठक पर इसका नोटिस लेते हुए स्पष्ट किया गया कि गुरु साहिबान की शिक्षाओं को राजनीतिक बहस का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए। अक्सर राजनीतिक लोग ऐसा कर गुरु साहिबों के मौलिक सिद्धांतों व गुरबानी की व्याख्या को गलत कर देते हैं।
एसजीपीसी लोकसभा स्पीकर से भी निवेदन करते हैं कि आगे से किसी को भी बेअदबी करने की इजाजत ना की जाए। अभय मुद्रा का गुरु साहिब का कोई सिद्धांत नहीं है। पवित्र सिद्धांत सिर्फ गोल्डन टेंपल है। यहां किसी की जात पात नहीं पूछी जाती।