Aaj ka Panchang: आज हरतालिका तीज मनाई जा रही है, भगवान शिव एवं मां पार्वती की करें पूजा; मनोकामनाएं होगी पूरी

Daily Samvad
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डेली संवाद, जालंधर। Aaj ka Panchang 06 September 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार 06 सितंबर यानी आज हरतालिका तीज (Hartalika Teej) है। यह पर्व शिव-शक्ति को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए व्रत रख विधि-विधान से भगवान शिव (Lord Shiv) एवं मां पार्वती की पूजा कर रही हैं।

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अविवाहित लड़कियां भी शीघ्र विवाह हेतु हरतालिका तीज पर शिव-शक्ति की पूजा कर रही हैं। ज्योतिषियों की मानें तो हरतालिका तीज पर दुर्लभ ब्रह्म योग समेत कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से व्रती की हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आएगी। आईए, पंडित प्रमोद शास्त्री से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं।

Lord shiv
Lord shiv

आज का पंचांग (Panchang 06 September 2024)

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि आज दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि शुरू होगी। आज बिहार में चौरचन पर्व भी धूमधाम से मनाया जा रहा है।

हरतालिका तीज शुभ योग (Hartalika Teej Shubh Yog)

हरतालिका तीज पर शुक्ल योग का संयोग दिन भर है। इस योग का समापन देर रात 10 बजकर 15 मिनट पर होगा। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर दुर्लभ ब्रह्म योग का संयोग बन रहा है। इस योग का निर्माण हरतालिका तीज पर रात 10 बजकर 16 मिनट से होगा।

शिव-शक्ति की निशा काल में पूजा की जाती है। इसके साथ ही हरतालिका तीज पर रवि योग का भी संयोग बन रहा है। इस योग का निर्माण हरतालिका तीज पर सुबह 09 बजकर 25 मिनट से हो रहा है और समापन 07 सितंबर को सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर होगा। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

करण

हरतालिका तीज पर गर एवं वणिज करण का भी संयोग बन रहा है। सर्वप्रथम गर करण का निर्माण हो रहा है। इसके बाद वणिज करण का संयोग बनेगा। वहीं, भादप्रद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी आज हस्त एवं चित्रा नक्षत्र का भी संयोग है। इन योग में भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा करने से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी।

पंचांग

सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 06 बजकर 36 मिनट पर

चन्द्रोदय – सुबह 08 बजकर 37 मिनट पर

चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 16 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 30 मिनट से 05 बजकर 16 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 25 मिनट से 03 बजकर 15 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 36 मिनट से 06 बजकर 59 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक

Lord shiv-and-parvati
Lord shiv-and-parvati

अशुभ समय

राहु काल – सुबह 10 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 19 मिनट तक

गुलिक काल – सुबह 07 बजकर 36 मिनट से 09 बजकर 10 मिनट तक

दिशा शूल – पश्चिम

ताराबल

अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद

चन्द्रबल

मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन













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