डेली संवाद, सूरत। Sexual Harassment: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के गृह प्रदेश गुजरात (Gujarat) से बड़ी शर्मनाक खबर है। गुजरात में सूरत (Surat) जिले के मांडवी तालुका के नरेना आश्रम शाला (Narena Ashram School) में छात्राओं के शारीरिक उत्पीड़न का शर्मनाक मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपी टीचर के खिलाफ खुद आदिवासी विकास विभाग ने शिकायत दर्ज कराई है।
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छेड़छाड़ के इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब आदिवासी विभाग की एक टीम निरीक्षण के लिए शाला पहुंची थी। इस दौरान 35 छात्राओं ने आरोपी प्रिंसिपल योगेश पटेल की ऐसी करतूतों का खुलासा किया, जिसे सुनकर विभाग की टीम दंग रह गई।
रहने व खाने-पीने की सुविधा
फिलहाल आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। आपको बताते चलें कि यह नरेना आश्रम शाला आदिवासी और अनुसूचित जनजातियों के बच्चों के लिए है। यहां बच्चों को माध्यमिक स्तर की शिक्षा के साथ-साथ रहने व खाने-पीने की सुविधा भी दी जाती है।
विभाग की महिला अधिकारी को छात्राओं ने बताया कि प्रिंसिपल रात में टॉर्च लेकर उनके कमरे में पहुंच जाता था। वह उन्हें नहाते हुए भी देखता था। दवा देने के बहाने उनके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करता था। आरोपी ने पांच-पांच, छह-छह छात्राओं के कई ग्रुप बने रखे थे, जिनसे आश्रम के अलग-अलग काम भी करवाता था। इस दौरान वह किसी न किसी बहाने उनके प्राइवेट पार्ट छूता था। उन्हें किस भी करता था।
शारीरिक छेड़छाड़ करता था
आरोपी की छेड़छाड़ का शिकार हुई कुछ छात्राओं ने बताया कि योगेश पटेल ने अपने कमरे में कई तरह की दवाईयां रखी हुई थीं। किसी भी छात्रा को सर्दी-जुखाम या बुखार होने पर वह खुद ही उन्हें दवाई देता था। दवा देने के बहाने उन्हें अपने कमरे में बुलाता था और उनके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करता था।
विभाग की टीम ने छात्राओं ने यह भी बताया कि योगेश पटेल अक्सर रात को खिड़की से टॉर्च मारकर उन्हें सोते हुए देखता था। आश्रम में पंखे-कूलर की व्यवस्था नहीं है। इसके चलते गर्मियों में कुछ लड़कियां कम कपड़ों में सो रही होती थीं। आरोपी की इस करतूत से वे शर्मनाक स्थिति में आ जाती थीं।
लड़कियों का मेडिकल टेस्ट
एक बार छात्राओं ने इसकी शिकायत हाउस मदर से भी की। जब हाउस मदर ने प्रिंसिपल योगेश पटेल से इस बारे में पूछा तो उसने उन्हें जवाब दिया था कि लड़कियों की सही-सलामती मेरी जिम्मेदारी है। इसी के चलते मैं रात में उनका निरीक्षण करता हूं।
प्रिंसिपल द्वारा छेड़छाड़ की शिकार छात्राओं के बयान लेने के बाद पुलिस सभी 35 लड़कियों का मेडिकल टेस्ट करवा रही है। अब तक 6 छात्राओं का टेस्ट हो चुका है। इसमें एक 13 साल की छात्रा के प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान भी मिले हैं। महिला विभाग की टीम छात्रा से पूछताछ कर रही है।