डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब (Punjab) विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने स्पष्ट किया है कि विशेषाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े किसी भी मामले पर कोई भी कार्रवाई करने से पहले उनके ध्यान में लाया जाए।
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गौरतलब है कि विशेषाधिकारों से संबंधित पंजाब विधानसभा कमेटी , जो संधवां की निगरानी में है, विशेषाधिकारों के कथित उल्लंघन की जांच और जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस कमेटी का काम सदन, इसकी कमेटीयों और सदस्यों की स्वतंत्रता, अधिकार और प्रतिष्ठा की रक्षा करना है।
पत्र 22 अक्टूबर 2024 को वापिस ले लिया गया
इस दौरान, पंजाब विधानसभा सचिवालय ने विशेषाधिकारों के उल्लंघन से संबंधित शिकायत का अपना पत्र संख्या 541, दिनांक 18 अक्टूबर 2024, वापस ले लिया है। यह पत्र 22 अक्टूबर 2024 को वापिस ले लिया गया था।
पंजाब विधानसभा सचिवालय के प्रवक्ता के अनुसार, जैतो के विधायक अमोलक सिंह ने विशेषाधिकारों के उल्लंघन संबंधी शिकायत दर्ज कराई थी। सामान्य प्रक्रिया के तहत, पंजाब विधानसभा सचिवालय ने सरकारी प्राइमरी स्कूल गोडारा, जिला फरीदकोट के शिक्षकों को पत्र भेजकर इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा था।
स्पीकर संधवां ने विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों को फटकार लगाई और पत्र को तुरंत वापस लेने का आदेश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं और उनके सम्मान को बनाए रखना चाहिए।