Aaj ka Panchang: धन की देवी मां लक्ष्मी की करें पूजा, समस्त मनोकामना होगी पूर्ण

Mansi Jaiswal
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डेली संवाद, जालंधर। Aaj ka Panchang 25 October 2024: आज यानी शुक्रवार (Friday), 25 अक्टूबर 2024 है। सनातन धर्म में शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी (Lord Lakshmi) को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। इसके साथ ही लक्ष्मी वैभव व्रत रखा जाता है। मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।

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साथ ही आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है। ज्योतिषियों की मानें तो लक्ष्मी वैभव व्रत पर कई मंगलकारी शुभ योग बन रहे हैं। इन योग में मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। तो चलिए पंडित प्रमोद शास्त्री से जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang)।

Lakshmi Mata
Lakshmi Mata

लक्ष्मी वैभव व्रत शुभ मुहूर्त

कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि दिन भर है। इस तिथि का समापन 26 अक्टूबर को देर रात 03 बजकर 22 मिनट पर होगा। इसके बाद दशमी तिथि की शुरुआत होगी। इस शुभ अवसर पर मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जा रही है।

शुभ योग (Shubh 2024 Yog)

ज्योतिषियों की मानें तो कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि पर शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का समापन 26 अक्टूबर को सुबह 05 बजकर 27 मिनट पर होगा। इसके साथ ही दुर्लभ पुष्य योग का संयोग बन रहा है। इन योग में मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को अमोघ फल की प्राप्ति होगी।

करण

आज यानी 25 अक्टूबर को तैतिल और गर करण का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त का भी निर्माण हो रहा है। इन योग में धन की देवी मां लक्ष्मी की उपासना करने से हर मनोकामना पूरी होगी।

पंचांग

सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 28 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 41 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 46 मिनट से 05 बजकर 37 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से 02 बजकर 42 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 41 मिनट से 06 बजकर 07 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक

Lakshmi Mata
Lakshmi Mata

अशुभ समय

राहु काल – सुबह 10 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 05 मिनट तक

गुलिक काल – सुबह 07 बजकर 52 मिनट से 09 बजकर 17 मिनट तक

दिशा शूल – पश्चिम

ताराबल

अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल

वृषभ, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुम्भ





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