डेली संवाद, जालंधर। GST Scam in Jalandhar: जालंधर (Jalandhar) में छोटी छोटी दुकानों पर छापेमारी करने वाली जीएसटी (GST) टीम शहर के बड़े जीएसटी (GST) चोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। बिना बिल और फर्जी बिल (Bogus Bill) के सहारे रोज कई ट्रक स्क्रैप लोड होकर जालंधर (Jalandhar) से मंडी गोबिंदगढ़ (Mandi Gobindgarh) भेजा जा रहा है, जहां सरपंच, साबा और छिंदा जैसे पासर गाड़ियां पास करवाते हैं।
यह भी पढ़ें: कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो का सनसनीखेज खुलासा, बोले- भारत के खिलाफ झूठ बोला
पंजाब (Punjab) की भगवंत मान (Bhagwant Mann) सरकार के लिए सरपंच, साबा और छिंदा किसी दीमक से कम नहीं है। ये तिकड़ी अमृतसर (Amritsar), बटाला (Batala), जालंधर (Jalandhar), लुधियाना (Ludhiana), पटिय़ाला (Patiala) समेत पूरे पंजाब से बिना बिल और फर्जी बिल के सहारे पंजाब सरकार को रोज करोड़ों रुपए का चूना लगाते हैं। इस खेल में कई कारोबारी और कई अफसर मिले हुए हैं।
दीवाली देने के नाम पर स्क्रैप के रेट ही घटा दिए
ताजा खबर यह है कि दीवाली (Diwali) में गिफ्ट और चंदा देने के नाम पर साबा, छिंदा और सरपंच नामक पासर करोड़ों रुपए इकट्ठा कर रहे हैं। इन तीनों पासरों के कारिदें जालंधर, लुधियाना, अमृतसर और मंडी गोबिंदगढ़ में बैठे हैं। जालंधर के बड़े स्क्रैप कारोबारियों ने अफसरों को दीवाली देने के नाम पर स्क्रैप के रेट ही घटा दिए।
जालंधर और लुधियाना में स्क्रैप के बड़े कारोबारियों ने पूल कर लिया है। जिससे करीब 7 रुपए प्रति किलो के हिसाब से पुराने लोहे का रेट ही घटा दिए गए। जबकि मंडी गोबिंदगढ़ में स्क्रैप का रेट नहीं घटा है। जालंधर और लुधियाना में स्क्रैप के बड़े कारोबारियों ने आपस में पूल कर छोटे दुकानदारों पर गाज गिरा दी है।
छोटे दुकानदार लाखों रुपए का नुकसान
सूत्र बता रहे हैं कि जालंधर और लुधियाना के बड़े स्क्रैप कारोबारियों ने यह कहते हुए स्क्रैप का रेट घटा दिया कि दीवाली में अफसरों को मोटी फीस देनी पड़ती है, जिससे छोटे दुकानदारों द्वारा खरीदे जाने वाले स्क्रैप का रेट घटा दिया गया। हैरानी की बात तो यह है कि स्क्रैप के बड़े कारोबारियों द्वारा पूल किए जाने के बाद छोटे दुकानदार लाखों रुपए का नुकसान झेलने को विवश हो गए हैं।
जानकार बताते हैं कि करीब 200 ट्रक स्क्रैप रोज मंडी गोबिंदगढ़ पहुंचता है। इससे रोज करोड़ों रुपए की जीएसटी चोरी हो रही है। इस खेल में सरपंच, छिंदा और साबा पासर की भूमिका निभाते हैं। जो रोज करोड़ों रुपए कमाते हैं। इसके बाद हर शहर में दो से तीन स्क्रैप कारोबारी ऐसे हैं, जो फर्जी बिल का काम करते हैं और सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाते हैं।