डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: संगठित अपराध के खिलाफ महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए, पंजाब पुलिस (Punjab Police) की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के साथ संयुक्त ऑपरेशन के दौरान लखनऊ से विदेशी हैंडलरों के सहयोग से दो बदनाम शूटरों (Shooters) को गिरफ्तार किया है। ये दोनों शूटर पंजाब में विभिन्न सनसनीखेज हत्या मामलों में आवश्यक थे।
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यह जानकारी आज यहाँ पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव (Gaurav Yadav) ने दी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिक्रमजीत उर्फ विक्की निवासी गांव सुर सिंह, तरनतारन और पंजाब सिंह निवासी गांव सांधरा, तरनतारन के रूप में हुई है। ये दोनों लखनऊ में अपने विदेशी हैंडलरों द्वारा दिए गए किराए के मकान में रह रहे थे।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विक्की 1 मार्च, 2024 को तरन तारन में गोपी चोहला की गोली मारकर की गई हत्या में शामिल था, जबकि पंजाब सिंह सितंबर 2024 में फिरोजपुर में दिलदीप सिंह और उसके दो रिश्तेदारों की हुई दिन-दिहाड़े तिहरे हत्या केस में मुख्य आरोपी है।
एक की मौत, दो घायल
जानकारी के अनुसार, 3 सितंबर को दोपहर 12:50 बजे जब दिलदीप सिंह, अनमोलप्रीत सिंह, जसप्रीत कौर, अकाशदीप और हरप्रीत उर्फ जौंटी गुरुद्वारा श्री अकालगढ़ साहिब, कम्बोज नगर, फिरोजपुर शहर के निकट कार में जा रहे थे, तब 6 अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस घटना में दिलदीप सिंह उर्फ लाली, अकाशदीप सिंह और उनकी बहन जसप्रीत कौर की मौत हो गई, और दो अन्य अनमोलप्रीत सिंह और हरप्रीत सिंह घायल हो गए।
उल्लेखनीय है कि इस तिहरे हत्या कांड में शामिल छह आरोपियों को इस कांड के सात दिनों के भीतर पंजाब पुलिस ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित हिरदे सम्राट बाला साहिब ठाकरे एक्सप्रेस हाईवे से गिरफ्तार कर लिया था, जबकि आरोपी पंजाब सिंह फरार था।
आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है और आरोपी विक्की हत्या, डकैती और एनडीपीएस एक्ट सहित 12 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है, जबकि आरोपी पंजाब सिंह के खिलाफ हत्या, एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट और बलात्कार से संबंधित चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने आरोपियों की सफेद रंग की हुंडई अल्काज़र (पीबी 60 डी 0036) गाड़ी को भी जब्त कर लिया है।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दोनों अपराधों में इस्तेमाल किए गए हथियारों की बरामदगी होने की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले के पीछे के संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
खुफिया जानकारी मिली
ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए एडीजीपी एजीटीएफ प्रमोद बान ने बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में सक्रिय दो शूटरों की संभावित छिपने की जगहों और वाहनों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी।
उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के आधार पर तेजी से कार्रवाई करते हुए एआईजी एजीटीएफ संदीप गोयल की निगरानी में एजीटीएफ की टीमों ने लखनऊ पुलिस के साथ जानकारी साझा की और डीएसपी बिक्रमजीत बराड़ और इंस्पेक्टर पुशविंदर सिंह की अगुवाई में एजीटीएफ की संयुक्त टीमों ने लखनऊ पुलिस के साथ मिलकर दोनों शूटरों को लखनऊ के इंद्रा नगर से सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।