डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: Mayor of Jalandhar – पंजाब (Punjab) में नगर निगम चुनाव (Municipal Corporation Election) हुए 15 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक किसी भी नगर निगम में मेयर (Mayor), सीनियर डिप्टी मेयर (Senior Deputy Mayor) और डिप्टी मेयर (Deputy Mayor) का चुनाव नहीं हो पाया है। जालंधर में बहुमत जुटाने के बाद भी आम आदमी पार्टी अभी तक मेयर के नाम की घोषणा नहीं कर सकी है। यही हाल अन्य नगर निगमों का भी है।
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जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) का 21 दिसंबर को चुनाव हुआ था। 85 वार्डों में सत्तापक्ष यानी आम आदमी पार्टी को 38 वार्डों पर विजय हासिल हुई थी। बहुमत जुटाने के लिए AAP ने जोड़तोड़ शुरू किया। जिससे दूसरे दलों के 6 पार्षदों ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया।
AAP के पार्षदों की संख्या 44
दूसरों दलों के 6 पार्षदों को पार्टी में शामिल करने के बाद AAP को पूर्ण बहुमत हासिल हो गया। निगम सदन में AAP के पार्षदों की संख्या 44 हो गई है। फिर भी किसी भी प्रकार के रिस्क से बचने के लिए दो तीन पार्षदों को और जल्द ही आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया जा रहा है जिन से बातचीत अंतिम चरण में है।
AAP की जोड़तोड़ के बीच मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी को लेकर जबरदस्त लाबिंग हो रही है। AAP से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि जालंधर के मेयर के नाम की घोषणा लोहड़ी के आसपास हो सकती है। माना जा रहा है कि लोहड़ी के आसपास ही पार्षद हाऊस की पहली बैठक बुलाई जाएगी।
दिल्ली में सीएम के साथ बैठक
आपको बता दें कि नगर निगम चुनाव के बाद एक सप्ताह तक नव निर्वाचित पार्षदों के पाले बदलने का दौर चलता रहा और आम आदमी पार्टी बहुमत जुटाने की ओर लगी रही। उसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चले गए जिस कारण भी मेयर के नाम संबंधी अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली चले गए जहां पता चला है कि अब आम आदमी पार्टी के दिल्ली यूनिट और पंजाब यूनिट ने आपस में बैठक इत्यादि करके जालंधर के नए मेयर का नाम लगभग फाइनल कर लिया है।
दिल्ली के आदेश पर पंजाब में काम
कहा जा रहा है कि नए मेयर के लिए साफ छवि को ही आधार बनाया गया है। चाहे जालंधर के मेयर पद के लिए कई और नाम चर्चा में थे परंतु सूत्र बताते हैं कि इस मामले को लेकर गठित कमेटी के ज्यादातर सदस्य एक नाम पर ही एकमत दिखे।
माना जा रहा है कि जालंधर के मेयर के चुनाव संबंधी सारा फैसला पंजाब यूनिट और स्थानीय स्तर पर काम कर रहे नेताओं ने ही लिया है और जालंधर के नए मेयर के रूप में जिस शख्स का अनौपचारिक चुनाव किया गया है, उसने पार्टी को बहुमत दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
डिवीजनल कमिश्नर का इंतजार
जालंधर में अभी तक डिवीजनल कमिश्नर की कुर्सी खाली है। 31 दिसंबर को डिवीजनल कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल के रिटायर होने के बाद अभी तक किसी अफसर की नियुक्ति इस पद पर नहीं की गई है, जिससे नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ में भी देरी हो रही है।
डिवीजनल कमिश्नर ही नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाते हैं, इसके साथ निगम हाउस में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करवाते हैं। इस समय जालंधर के डिवीजनल कमिश्नर की पोस्ट खाली पड़ी हुई है और पंजाब सरकार ने अभी तक इस पोस्ट पर किसी अधिकारी की नियुक्ति नहीं की है।
लोहड़ी या माघी के निकट हाउस की बैठक
माना जा रहा है कि पंजाब सरकार एक दो दिन में ही जालंधर के नए डिविजनल कमिश्नर की तैनाती कर देगी। वैसे इस पोस्ट के लिए आईएएस अधिकारी गुरप्रीत कौर सपरा का नाम ही सामने आ रहा है जो पहले भी जालंधर की डिविजनल कमिश्नर रह चुकी हैं।
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि डिवीजनल कमिश्नर तैनात होते ही पार्षद हाउस की पहली बैठक बुलाने संबंधी प्रक्रिया शुरू की जाएगी और लोहड़ी या माघी के निकट हाउस की बैठक बुलाकर मेयर की घोषणा कर दी जाएगी।