डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: Mayor of Jalandhar – जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) में मेयर बनाने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है। इसके बाद नगर निगम में मेयर (Mayor), सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के स्वागत की तैयारी शुरू हो गई। साथ ही इनके दफ्तरों की साफ सफाई करवा कर चमकाया गया है।
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जालंधर (Jalandhar) नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन (Gautam Jain, IAS) ने निगम मुख्यालय में स्थित मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के दफ्तरों को खाली करवा कर चमकाने का आदेश दिया था। जिससे तीनों लोगों को दफ्तर खाली होकर पूरी तरह से चमका दिया गया है।
मेयर आफिस पर था एडिशनल कमिश्नर का कब्जा
आपको बता दें कि करीब दो साल तक चुनाव न होने के कारण मेयर के दफ्तर में एडिशनल कमिश्नर ने कब्जा कर लिया था। इसके साथ ही सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के दफ्तरों पर भी अफसरों ने कब्जा कर लिया था। अब जब मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर 11 जनवरी को शपथ लेंगे तो उससे पहले इनके दफ्तरों को खाली करवा लिया गया है।
जालंधर में नगर निगम चुनाव की वोटिंग के बाद 21 दिसंबर को वोटिंग हुई और उसी दिन नतीजे आ गए थे। जिसमें आम आदमी पार्टी को 38 सीटें मिली थी। इस वक्त आम आदमी पार्टी के पास 45 पार्षद है। जो बहुमत के आंकड़े से 2 पार्षद ज्यादा है। AAP ने कांग्रेस, बीजेपी और आजाद चुनाव जीतने वाले पार्षदों को पार्टी में शामिल किया था।
11 जनवरी को होगा शपथ ग्रहण
डिवीजनल कमिश्नर ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए 11 जनवरी को दोपबर बाद 3 बजे रेड क्रास भवन में नवनिर्वाचित सभी 85 पार्षदों को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा। इसके लिए जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन ने सारी तैयारी कर ली है।
सूत्रों के मुताबिक जालंधर के मेयर के पद पर भाजपा छोड़ आम आदमी पार्टी में आए कारोबारी वनीत धीर का नाम सबसे ऊपर है। वनीत धीर शहर के नए मेयर होंगे। हालांकि आम आदमी पार्टी के नेत्री राजविंदर कौर थियड़ा अपने चहेते पार्षद अश्वनी अग्रवाल को मेयर बनाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि थियड़ा की नहीं चल रही है।
वनीत धीर होंगे नए मेयर
राजविंदर थियड़ा ने ही अश्वनी अग्रवाल को पार्टी में आगे बढ़ाया। थियड़ा ने अपने रास्ते से कैंट हलके में सक्रिय नेता मंगल सिह बस्सी को हटवाया। उन्हें लोकसभा इंचार्ज से हटवा कर अश्वनी अग्रवाल को लोकसभा का प्रभारी लगवाया और फिर टिकट देकर कौंसलरी का चुनाव लड़वाया।
चर्चा है कि अश्वनी अग्रवाल ने चुनाव जीतने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया। वे चुनाव जीत गए। इसके बाद राजविंदर थियड़ा उन्हें मेयर बनवाने के लिए जोर लगाना शुरु कर दिया। एक तरफ राजविंदर थियड़ा अश्वनी अग्रवाल के लिए ताकत लगा रही हैं तो दूसरी तरफ शहर का एक पावरफुल लाबी वनीत धीर को मेयर बनाने के लिए दिल्ली तक जोर लगा दिया। जिससे वनीत धीर का नाम लगभग फाइनल हो गया है।