डेली संवाद, जालंधर। GST Scam: Jalandhar GST Bogus Billing Scam- जालंधर (Jalandhar) के तीन बड़े ट्रांसपोर्टर सैंट्रल जीएसटी (GST) की रडार पर हैं। स्टेट जीएसटी के अफसरों से सांठगांठ कर राज्य और केंद्र सरकार को रोज लाखों रुपए का चूना लगाने वाले ट्रांसपोर्टरों पर सैंट्रल जीएसटी की निगाहें गड़ गई हैं। पता चला है कि इनमें दो ट्रांसपोर्टर फोकल प्वाइंट, जबकि एक ट्रांसपोर्टर दाना मंडी का शामिल है।
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पंजाब (Punjab) के जालंधर (Jalandhar), लुधियाना (Ludhiana) औऱ मंडी गोबिंदगढ़ (Mandi Gobindgarh) के तीन बड़े पासर व ट्रांसपोर्टर हर रोज पंजाब सरकार औऱ केंद्र सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। इसमें जालंधर के फोकल प्वाइंट में स्थित दो ट्रांसपोर्टर और दाानमंडी का एक ट्रांसपोर्टर रोज लाखों रुपए के बिल की चोरी करते हैं।
इन ट्रांसपोर्टरों पर गड़ी निगाहें
जीएसटी अफसरों के मुताबिक फोकल प्वाइंट में K नाम का ट्रांसपोर्टर, R नाम का ट्रांसपोर्टर और दानामंडी का G नाम का ट्रांसपोर्टर करोड़ों रुपए की GST चोरी करवा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इन ट्रांसपोर्ट कंपनियों की कई गाड़ियों की चेकिंग हुई है। जिसमें जीएसटी बिल की गड़बड़ी पकड़ी गई है। सूत्रों के मुताबिक ये ट्रांसपोर्ट कंपनियां शहर के चुनिंदा कारोबारियों के माल एक शहर से दूसरे शहर में बिना बिल के भिजवाते हैं।
जिससे शहर के कुछ चुनिंदा कारोबारी 18 फीसदी से लेकर 28 फीसदी तक जीएसटी की चोरी करते हैं। इसमें स्क्रैप, तांबा, पीतल, सिगरेट, तंबाकू, हैंड टूल्स को लोड कर टनों के हिसाब से बिना बिल के जालंधर, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़, हिमाचल प्रदेश में भेजा जाता है। जिससे सरकार को रोज लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान हो रहा है।
ऐसे करते हैं जीएसटी चोरी
फोकल प्वाइंट के एक ट्रांसपोर्टर ने बातचीत में बताया कि वे लोग ई बिल निकालते हैं। ई-बिल 24 घंटे के लिए मान्य होता है। उनकी जीएसटी अफसरों के साथ सैंटिंग है। जालंधर से कई टन स्क्रैप लेकर मंडी गोबिंदगढ़ जाते हैं। चार घंटे में हो मंडी गोबिंदगढ़ पहुंच जाते हैं। रास्ते में ई-बिल चैक नहीं होता है। मंडी गोबिंदगढ़ में स्क्रैप को अनलोड हो जाता है। इसके बाद ई-बिल को कैंसिल कर दिया जाता है। इस तरह लाखों की जीएसटी चोरी होती है।
इन ट्रांसपोर्टरों के कौन हैं ग्राहक
सूत्र बता रहे हैं कि इन ट्रांसपोर्टरों के ग्राहक फोकल प्वाइंट के कुछ बड़े हैंड टूल्स फैक्ट्रियों के मालिक, झंडूसिंघा होशियारपुर रोड, दोआबा चौक के लोहा कारोबारी, नकोदर का एक सिगरेट औऱ बीड़ी बनाने वाला बिजनेसमैन, 120 फुटी रोड के स्क्रैप कारोबारी, बस्ती नौ के खेल कारोबारी समेत तांबा और पीतल के कारोबारी इनके ग्राहक हैं।
इसकी भनक सैंट्रल जीएसटी टीम को लगी है। जिससे सैंट्रल जीएसटी की टीम की निगाहें इन तीन ट्रांसपोर्टरों के अलावा कई अन्य ट्रांसपोर्टरों पर गड़ गई है। जिससे इनके खिलाफ कभी भी बड़ी कार्ऱवाई हो सकती है। इसे लेकर कुछ टीम सक्रिय हो गई है।
जीएसटी चोरी में पंजाब औऱ हरियाणा सबसे आगे
आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा देश भर में जीएसटी साल 2017 में लागू किया गया था। इसके लागू होने के बाद विभिन्न राज्यों में फर्जी इनपुट क्रेडिट टैक्स बनाने के मामले सामने आए थे। पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर प्रदेश में जीएसटी का बड़ा घोटाला हुआ। पंजाब और हरियाणा की बात करें तो पहले करीब 1182 करोड़ रुपये का आइटीसी घोटाला उजागर हो चुका था, जबकि इसमें से कुछ रिकवरी भी हुई थी।