डेली संवाद, महाकुंभ। Premanand Ji: देश के सबसे महंगे कथावाचक आचार्य अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) जी से क्या कह रहे महान संत प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj).. और सनातन की खूबसूरती देखिए.. आचार्य अनिरुद्धाचार्य जी जब प्रेमानंद जी से मिलने आए तो उनके सामने घुटनों के बल बैठे हुए हैं।
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प्रेमानंद जी महाराज उन्हें समझा रहे हैं.. वो कहते हैं दुनिया में अर्थ यानि पैसा कुछ नहीं है.. अर्थ को ठोकर मारो.. “अर्थ चरणों में.. मस्तक पर भगवान.. और वाणी में शास्त्र..” सोशल मीडिया के सबसे वायरल कंटेंट अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का परिवार भी उनके साथ है।
अनिरुद्धाचार्य रो पड़े
प्रेमानंद जी महाराज ऐसे संत हैं जिनको दुनिया से कोई लेना-देना नहीं.. उनके लिए सिर्फ राधा रानी हैं.. कृष्ण हैं.. आचार्य अनिरुद्धाचार्य जी महाराज के लिए भी सिर्फ और सिर्फ राधे कृष्ण ही हैं.. दोनों एक ही ईश्वर के साधक हैं.. संवाद के दौरान आचार्य अनिरुद्धाचार्य जी एक बात कहते हुए लगभग रो पड़े.. उनका गला रूंध गया।
प्रेमानंद जी महाराज कह रहे हैं, अगर आपको आगे बढ़ाना है तो परिपक्व होना पड़ेगा.. यश बढ़ने में बरसों लगते हैं लेकिन धूमिल होने में दो मिनट भी नहीं लगता.. कभी किसी से लगाव न रखना.. कंचन कामिनी गिराने वाले होते हैं.. ये संवाद पूरा जरूर सुनिएगा।