महाकुंभ से डेली संवाद के लिए मानसी जायसवाल की रिपोर्ट। Mahakumbh Stampede LIVE Updates: महाकुंभ प्रयागराज (Prayagraj Maha Kumbh) में भगदड़ मच गई। इसमें 17 लोगों की मौत हो गई, हालांकि मरने वालों की संख्या कहीं अधिक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है।
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प्रयागराज (Prayagraj) में दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ। प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। इसमें 17 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। 50 से ज्यादा घायल हैं। स्वरूपरानी अस्पताल में शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी।

मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।

NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया
हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर की सीमा वाले सभी जिलों में श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई है।
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है।

घटना से बहुत दुखी
उधर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं।
उन्होंने कहा कि यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए।

भगदड़ में सैकड़ों लोग लापता
महाकुंभ की भगदड़ में सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं। खोया पाया केंद्रों पर घरवाले अपनों को खोज रहे। केंद्र पर मौजूद कर्मी ने बताया- अब तक ढाई हजार शिकायत आ चुकी है, लेकिन ज्यादातर खोने वाले मिल जा रहे हैं।
पंजाब के जालंधर से संगम नगरी पहुंचे श्रद्धालु दीनानाथ प्रधान, सुखदेव वशिष्ठ, सोमदत्त कालिया, संजीव शर्मा, संजय कोछड़, विनोद जायसवाल व अन्य ने बताया कि वे सभी लोग सुरक्षित हैं। फिलहाल प्रशासन तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गया है।








