डेली संवाद, लखनऊ। UP Police Constable Result: उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम सफल उम्मीदवारों में शामिल पुरुष व महिला अभ्यर्थियों के टॉपर्स की लिस्ट जारी की है। महोबा के योगेन्द्र सिंह ने पुरुष वर्ग व बुलंदशहर की वंदना रानी ने महिला वर्ग में पहला स्थान प्राप्त किया है।
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने अंतिम परीक्षा परिणाम जारी करने के साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया है कि पूर्व की भांति कोई प्रतीक्षा सूची नहीं जारी की जाएगी। मेडिकल टेस्ट के बाद जितने अभ्यर्थी नियुक्ति पर नहीं आएंगे, उनके स्थान पर इस बार कोई भर्ती नहीं होगी। रिक्तियों की संख्या अगली बार होने वाली भर्तियों की संख्या में जोड़ दी जाएगी।
अभ्यर्थियों को दी शुभकामनाएं
बोर्ड के मुताबिक, पुरुष वर्ग में महोबा के योगेन्द्र सिंह, सुलतानपुर के अब्दुल्ला अली, वाराणसी के मनीष त्रिपाठी, मेरठ के अरविंद सिंह गिल, गोरखपुर के मिथिलेश भट्ट पहले पांच स्थानों पर चयनित हुए हैं।
वहीं, बुलंदशहर की वंदना रानी व दीपांशी शर्मा, आगरा की मोनिका बघेल, कानपुर देहात की दीपाली देवी और महोबा की पूजा पहले पांच स्थानों पर चयनित हुई हैं। बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने सफल अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दी हैं।
कामयाबी का परचम फहराया
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद कई उदाहरण सामने आए हैं। कहीं सगे भाई-बहन, तो कहीं सगे भाई तो कहीं एक ही गांव के कई युवाओं ने अपनी कामयाबी का परचम फहराया है।
सुमेरपुर सनकड़िया गांव के शिवम अग्रहरि का सपना था कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती होकर सेवा करें। इसके लिए उन्होंने इंटरमीडिएट के साथ ही पुलिस भर्ती की तैयारी शुरू की और वर्ष 2021 में पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) में भर्ती हो गए।
सपने को साकार किया
बड़े भाई की इस उपलब्धि से प्रेरित होकर उनके छोटे भाई सत्यम अग्रहरि और बहन अंशू ने भी उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती होने का संकल्प लिया। बड़े भाई के मार्गदर्शन में मेहनत रंग लाई और भाई-बहन ने परीक्षा में सफल होकर सपने को साकार किया। पिता राजेंद्र अग्रहरि ने बताया की बच्चों का समर्पण, मेहनत व लगन देखकर उन्हें ऐसे ही परिणाम की उम्मीद थी।
सत्यम व अंशू ने बताया की उन्होंने बड़े भाई के मार्गदर्शन व खुद के मेहनत से कामयाबी की मंजिल हासिल की। सूबेदार बंसल, जगदंबा सिंह, रामजी गुप्ता, संजय सिंह ने इनसे अन्य युवाओं को सीख लेने की बात कही है।
एक साथ सिपाही बने सगे भाई
लंभुआ सुलतानपुर के मदनपुर पनियार के निजामुद्दीन पेशे से व्यवसायी हैं। उनके चार बेटे व तीन बेटियां हैं। बड़ा बेटा व्यवसाय से जुड़ा है। दो भाइयों मो. सलमान अली व मो. सैयद शाहबाज अली का सिपाही के लिए चयन हुआ है। तीसरे भाई का कुछ नंबरों से चयन नहीं हो पाया।
दोनों भाइयों के चयन पर परिवार के साथ गांव में खुशी का माहौल है। चयनित ने कहा कि अगर सच्चे दिल व दिमाग से कोई सपना देखा जाए, तो उसे पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता।
एक ही गांव के 6 युवा बने सिपाही
कुड़वार सुलतानपुर के नौगवांतीर गांव के छह युवकों का सिपाही पद पर चयन हुआ है। विनोद सिंह की दो बेटी खुशी सिंह व नेहा सिंह व बेटे आदर्श सिंह का एक साथ चयन हुआ। विनोद सिंह ने खेती-किसानी करके बच्चों को शिक्षा दिलाई। इन बच्चों ने अपनी मेहनत व लगन के साथ पढ़ाई कर सफलता हासिल की।
इसी गांव के स्व. बब्बन सिंह के बेटे धर्मेन्द्र सिंह, सुनील सिंह के बेटे आशुतोष सिंह व शंकर सिंह के बेटे उग्रसेन सिंह का चयन भी हुआ है। युवकों ने इसे अपनी मेहनत का परिणाम बताते हुए अन्य को मंजिल पाने के लिए प्रेरित किया।