डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) के बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों के खिलाफ स्थानीय निकाय विभाग के डायरैक्टर से शिकायत की गई है। शिकायत में कहा गया है कि बस्तियात इलाके में कालोनी का लाइसेंस जारी होने से पहले कालोनी काट कर प्लाटिंग की गई। इसके अलावा चौहकां पिंड के पास काटी गई कालोनी की भी शिकायत हुई है।
यह भी पढ़ें: कनाडा सरकार ने एक्सप्रेस एंट्री में किया गया बदलाव, पंजाबियों पर पड़ेगा असर
अफसरों के खिलाफ एक्शन
स्थानीय निकाय विभाग के डायरैक्टर और जालंधर (Jalandhar) नगर निगम (Municipal Corporation) के कमिश्नर गौतम जैन को भेजी गई शिकायत में कहा गया है कि उक्त कालोनी का लेआउट गलत तरीके से पास किया गया है। हाईटैंशन वायर के साथ प्लाटिंग की गई है। जिससे कभी भी बड़ा खतरा हो सकता है।

शिकायतकर्ता ने बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों पर आरोप लगाया है कि बिना किसी जांच पड़ताल के इस कालोनी का लेआउट प्लान पास कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक कालोनी की शिकायत 23 मार्च 2025 को डायरेक्टर से की गई थी, शिकायत के बाद ही लाइसेंस जारी किया गया है। इस संबंध में जब एमटीपी इकबालप्रीत सिंह रंधावा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रिकार्ड देख कर इस बारे में कुछ कह पाएंगे।

चौहकां पिंड में भी बिना लाइसेंस के कालोनी विकसित
चौहकां पिंड में सरकारी प्राइमरी स्कूल के पास कई एकड़ में कालोनी काटी जा रही है। गांव के लोग बताते हैं कि जिस जगह कालोनी काटी जा रही है, वहां सरकारी जमीन भी थी, लेकिन भू-माफिया ने पूरी सरकारी जमीन हड़प ली। इस कालोनी से सरकार को करोड़ों रुपए की फीस का नुकसान हुआ है। सूत्र बता रहे हैं कि इसका लाइसेंस अभी तक जारी नहीं हुआ है।
वहीं, चौहकां पिंड में अवैध रूप से दूसरी कालोनी काटी गई, इसमें एक साथ 40 से 50 कोठियां बनाई जा रही है। इस पूरे खेल में सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। इस खेल में नगर निगम के बड़े अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आ रही है।


