डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के स्कूल, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains) ने आज प्रस्तुत किए गए बजट की सराहना करते हुए इसे शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर करार दिया।
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उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र के लिए कुल खर्च का 12% यानी 17,975 करोड़ रुपये के बड़े बजट आवंटन से शिक्षा प्रणाली में व्यापक परिवर्तन आएगा। बजट में मिशन समर्थ के तहत स्कूल शिक्षा को सुदृढ़ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिससे पहले ही 19,000 स्कूलों के 14 लाख विद्यार्थियों को लाभ मिल चुका है और सीखने के परिणामों में 15-25% तक सुधार आया है।

160 करोड़ रुपये आवंटित किए
उन्होंने बताया कि इस बजट के मुख्य बिंदुओं में समग्र शिक्षा अभियान के लिए 1,240 करोड़ रुपये, पीएम पोषण योजना के लिए 466 करोड़ रुपये, निःशुल्क किताबों के लिए 75 करोड़ रुपये और वर्दियों के लिए 35 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार 425 प्राथमिक विद्यालयों को ‘स्कूल्स ऑफ हैप्पीनेस’ में बदल रही है और 4,098 स्कूलों को सौर ऊर्जा से संचालित किया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा क्षेत्र में रूसा योजना के तहत 199 करोड़ रुपये और बुनियादी ढांचे के सुधार के लिए 160 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि तकनीकी शिक्षा के लिए 579 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जिसमें 33 करोड़ रुपये नई आईटीआईज के लिए निर्धारित किए गए हैं। यह बजट सरकारी आईटीआई में इस वर्ष 93.04% की रिकॉर्ड प्रवेश दर को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।

प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व में पंजाब सरकार स्कूल शिक्षा में विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के तहत कई शिक्षकों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जा चुका है और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
उन्होंने कहा, “यह बजट हमारी चार मुख्य प्राथमिकताओं – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, समग्र विकास, टिकाऊ बुनियादी ढांचा और समुचित प्रगति को दर्शाता है, जिससे पंजाब को शिक्षा क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाया जाएगा।”


