डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर वेस्ट (Jalandhar West) हलके में आज अवैध निर्माण पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई। नगर निगम (Municipal Corporation) के कमिश्नर ने जालंधर वेस्ट हलके को टारगेट कर दिया है। जबकि सैंट्रल, कैंट और जालंधर (Jalandhar) नार्थ हलके में कई अवैध कालोनियों और अवैध कामर्शियल निर्माण हो रहे हैं, इन इलाके में कोई डिच नहीं चल रही है।
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जानकारी के मुताबिक AAP छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वाले एक पार्षद पति के रिश्तेदार की दो मंजिला 8 दुकानों पर आज डिच चला दी गई। तिलक नगर नाखा वाला बाग के पास दो मंजिला 8 दुकानें बन गई थी, जिसकी शिकायत भी की गई थी। इसके बाद आज सुबह इस पर बुलडोजर चला दिया गया। हालांकि दुकानों के सिर्फ फ्रंट ही तोड़े गए हैं, बाकी दुकान सेफ है।
जेपी नगर में अवैध काम रोका
बताया जा रहा है कि कांग्रेस छोड़ AAP में आए और फिर AAP छोड़ कांग्रेस में लौट गए एक नेता के रिश्तेदार की ये दुकानें थी। नगर निगम के इलैक्शन में उक्त नेता को AAP में लाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन उक्त नेता AAP में नहीं आए। कांग्रेस में रहे और चुनाव जीत गए। जिससे अब इनके रिश्तेदार की दुकानों पर डिच चलाई गई है। इसकी शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट रवि छाबड़ा ने की थी।
उधर, आदर्श नगर में लक्ष्मी स्वीट्स के सामने पुरानी बिल्डिंग की आड़ मे अवैध कमर्शियल निर्माण का काम रोका। निगम अधिकारी के मुताबिक उक्त निर्माण को नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा जेपी नगर (JP नगर) मे पुरानी कोठी मे चार दुकानों के अवेध निर्माण को रोका गया और नोटिस जारी किया गया।
जेपी नगर में पांच दुकाने सील
नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की टीम ने जेपी नगर में ही पांच दुकानों को सील भी किया है। बताया जा रहा है कि ये दुकानें अवैध रूप से बनाई जा रही थी, जिसकी शिकायत आने पर सीलिंग की गई है। नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन ने कहा है कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई जा रहेगी।
पारस स्टेट और बस्ती पीरदाद रोड पर कोठियों पर रहम क्यों?
जालंधर वेस्ट हलके में तोबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों को बस्ती पीरदाद रोड पर अवैध रूप से बनाई जा रही करीब 1000 कोठियां नहीं दिख रही है। आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा पारस स्टेट और बस्ती पीरदाद रोड पर दोनों किनारे कालोनियों में बन रही इन कोठिय़ों की शिकायत भी की है।
आरोप है कि कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे करीब 1000 कोठियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ये कोठियां पारस स्टेट और साथ लगती अवैध कालोनियों में बनाई जा रही है। सूत्र बता रहे हैं इस कोठियों से करोड़ों रुपए की डील हुई है।