डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर (Jalandhar) के मेयर वनीत धीर (Mayor Vaneet Dhir) और निगम कमिश्नर गौतम जैन (Gautam Jain, IAS) अवैध निर्माण को लेकर काफी सख्त हैं, लेकिन उनकी सख्ती सिर्फ जालंधर वेस्ट हलके तक ही सीमित हो गई है। जबकि शहर में सरेआम अवैध रूप से कई दुकानों की मार्केट बनाई जा रही है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही हैं। जिससे तरह-तरह की चर्चाएं शुरु हो गई हैं।
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जालंधर (Jalandhar) में लाडोवाली रोड पर रणजीत नगर में बिना नक्शे और सीएलयू के कामर्शियल कांप्लैक्स बनाया जा रहा है। लाडोवाली रोड फाटक से जब रणजीत नगर की तरफ मुड़ते हैं 100 मीटर आगे जकर कैनन का शोरूम है, इसके साथ ही टीन की चादरों की दीवार बनाकर अंदर दर्जनों दुकानें बनाई जा रही हैं।
कमिश्नर से शिकायत, कार्रवाई नहीं
अवैध रूप से बन रही इन दुकानों की शिकायत भी नगर निगम के कमिश्नर के पास पहुंची है। लेकिन इसके निर्माण करने वालों को न तो नोटिस जारी किया गया और न ही इन्हें रोकने की कोशिश की गई। जिससे रणजीत नगर के लोगों ने निगम अफसरों पर पैसे खाने का आरोप लगाया है।
रणजीत नगर के लोगों ने बताया कि रिहाइशी इलाके में इस तरह से अवैध रूप से दर्जनों दुकान बनाकर लोगों को परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में शिकायत की गई है, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। स्थानीय लोगों को आऱोप है कि इन दुकानों को बनवाने के नाम पर 20 लाख रुपए लिए गए हैं। हालांकि इतनी मोटी रकम किस अफसर ने ली है, इसका नाम स्थानीय लोग नहीं बता पा रहे हैं।