Ludhiana By Election: कांग्रेस प्रत्याशी आशु की लोकप्रियता की तिलिस्म में फंसे AAP के संजीव अरोड़ा, भारत भूषण आशू ने खेला बड़ा दांव

Daily Samvad
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Bharat Bhushan Ashu Congress Ludhiana

डेली संवाद, लुधियाना। Ludhiana By Election: पंजाब (Punjab) के सबसे बड़े शहर लुधियाना (Ludhiana) में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। AAP के विधायक गुरप्रीत गोगी की मौत के बाद लुधियाना (Ludhiana) में उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में AAP संरक्षक अरविंद केजरीवाल, सीएम भगवंत मान और पंजाब प्रभारी मनीष सिसौदिया ने पूरी ताकत झोंक रखी है।

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ऐसे में कांग्रेस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को उम्मीदवार घोषित कर आम आदमी पार्टी को कड़ा मुकाबला दे दिया है। आशु का मुकाबला आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राज्य सभा सदस्य संजीव अरोड़ा के साथ है। आशू लगातार अपने ऊपर हुए अन्याय की बात कर जनता से सहानुभूति हासिल करने में जुटे हुए हैं।

Bharat Bhushan Ashu Congress Ludhiana
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जनता की कचेहरी में आशू

आम आदमी पार्टी जहां एक तरफ अपने विकास कार्य और विधायक गुरप्रीत गोगी के परिवार को साथ जोड़ कर सहानुभूति वोट लेने की कोशिश में है, वहीं अब कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु भी जेल भेजे जाने को वोट के लिए मुद्दा बनाने में लग गए है।

आशु ने सोशल मीडिया पर लिखा-जेल से बाहर आने के बाद मेरे पास दो रास्ते थे। एक था कि मैं अदालत जाता और जिन लोगों ने मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए है उनके साथ अदालती लड़ाई लड़ता। दूसरा था कि मैं लोगों की कचहरी में इंसाफ की मांग करता। परमात्मा और लोगों के ऊपर भरोसा है कि मुझे इंसाफ मिलेगा। इसलिए मैंने लोगों की कचहरी में जाने को पहल दी। अब इंसाफ लोगों को करना है।

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कौन है भारत भूषण आशु?

भारत भूषण आशु भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता है। आशु लुधियाना से 2 बार विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस की पिछली सरकार में आशु खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले में कैबिनेट मंत्री रहे हैं।

आशु ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत तब की थी, जब उन्हें पंजाब के लुधियाना शहर के वार्ड नंबर 48 से वर्ष 1997 में नगर पार्षद के रूप में चुना गया था। अपने पहले कार्यकाल के दौरान, वह 1997 से 2002, 2002 से 2007, और 2007 से 2012 (वार्ड 54 से) तक नगर पार्षद के रूप में रहे।

विधानसभा में डिप्टी सीएलपी नेता बने

वर्ष 2012 में, उन्हें लुधियाना (पश्चिम) विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट मिला और वो पंजाब विधानसभा में डिप्टी सीएलपी नेता बने। इसके बाद 2017 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के अहबाब ग्रेवाल को 36,521 मतों के अंतर से हराया। 2022 में आशु आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुरप्रीत बस्सी गोगी से हार गए थे।















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