डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर (Jalandhar) में एक कारोबारी ने अपने पिता की याद में लाखों रुपए खर्च कर पार्क का सौंदर्यीकरण कराया और अपने पिता के नाम का बोर्ड लगाया, इसके बाद अब नगर निगम के कुछ अफसर इसका एस्टीमेट बनाकर करीब 16 लाख रुपए हड़पने की तैयारी में है। हैरानी की बात तो यह है कि उजाड़ और वीरान पड़े इस पार्क को कारोबारी ने अपनी जेब से पैसे लगाकर सजाया संवारा और अपने पिता के नाम पर पार्क का नामकरण कर दिया।
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जालंधर (Jalandhar) शहर के बीचोबीच एक पार्क को एक कारोबारी ने अपने पिता के नाम पर सजाया और संवारा। पार्क में पिता के नाम का सुनहरे शब्दों में एक बेहतरीन बोर्ड भी लगाया। अंदर से लेकर बाहर तक इस पार्क को बेहतर तरीके से सजाया संवारा गया है। जिससे इस पार्क में लोग अब सैर करने लगे हैं। जबकि कुछ महीने पहले तक यह पार्क उजाड़ और वीरान होता था।
16 लाख हासिल करना चाहते हैं
सूत्र बता रहे हैं कि उक्त पार्क के सौंदर्यी करण का अब निगम के कुछ अफसर एस्टीमेट बनाकर निगम खजाने से पैसा हासिल करना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि करीब 16 लाख रुपए खर्च कर पार्क को सजाया संवारा गया है। यह पैसा कारोबारी ने अपने जेब से लगाया है, जिसके बाद पार्क में कारोबारी ने अपने पिता के नाम पर बोर्ड लगाकर पार्क का नामकरण भी कर दिया।
एस्टीमेट बनाकर पैसा हड़पने की तैयारी
इस पार्क पर लगाए गए 16 लाख रुपए को हासिल करने के लिए अब नगर निगम के इंजीनियर एस्टीटमेट बनाकर निगम खजाने से पैसा हासिल करने की फिराक में है। सूत्र बता रहे हैं कि शायद इसका एस्टीमेट भी तैयार हो गया है। सवाल यह है कि जब कारोबारी ने अपनी जेब से 16 लाख रुपए लगाकर पार्क को सजाया संवारा और अपने पिता के नाम पर कर दिया, तो अब नगर निगम से इसका भुगतान करवाने की कोशिश क्यों की जा रही है। इसकी जांच होनी चाहिए।