डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: Suspended Mehatpur Police Station SHO ASI – पंजाब (Punjab) के जालंधर (Jalandhar) में पुलिस थाने के SHO और ASI को तत्काल प्रभाव से सस्पैंड किया गया गया है। आरोप है कि पुलिस थाने में SHO ने कुछ युवको से गलत काम करवाया। यहां तक कि एक दलित युवत से गंदे काम करवाए गए। जिससे इलाके के लोगों ने पुलिस थाना घेर लिया था।
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मामला जालंधर (Jalandhar) के ग्रामीण पुलिस का है। पुलिस थाने के घेराव और एसएचओ (SHO) और एएसआई (ASI) की शिकायत के बाद एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने मेहतपुर थाने (Mehatpur Police Station) के एसएचओ और एक एएसआई को सस्पेंड कर दिया है।

दलित युवकों से गलत काम
अनुसूचित जाति के युवकों को थाने में बुलाकर उन्हें धमकाने और उनसे गलत काम करवाने के आरोप में मेहतपुर थाने के एसएचओ लखबीर सिंह और एएसआई धरमिंदर सिंह पर यह कार्रवाई की गई है।
मामले की शिकायत एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क को मिली तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से दोनों को सस्पेंड कर दिया और उन्हें पुलिस लाइन में हाजिर होने को कहा गया है।
परिवार द्वारा लगाया गया धरना
आपको बता दें कि पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर पीड़ित युवकों के परिजनों ने सोमवार को देर रात थाने के बाहर धरना दिया था। परिवार ने तब कहा- इस मामले में अन्य पुलिस अधिकारी भी आरोपी हैं, उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए।
जब धरना लगा तो मौके पर पहुंचे डीएसपी ओंकार सिंह बराड़ ने किसी तरह मामला शांत करवाया और परिवार वालों को मामले में जल्द उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामले में पारिवारिक सदस्यों द्वारा धरना खत्म किया गया।
गंदी हरकतें करने को कहा
नगर पंचायत मेहतपुर के सदस्यों ने डीएसपी शाहकोट को लिखित शिकायत देकर बताया कि मेहतपुर थाने में एसएचओ की मौजूदगी में दलित समुदाय के बच्चों को धमकाया गया और एक-दूसरे के साथ गंदी हरकतें करने को कहा गया था। जब ये मामला लोगों तक पहुंची तो लोग विरोध करते हुए मेहतपुर थाने पर एकत्रित होकर धरना लगा दिया।

दो सस्पैंड, बाकियों की जांच जारी
उन्होंने मांग की कि इस घटना में 4-5 लोग शामिल थे लेकिन अभी तक सिर्फ दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, बाकी कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। इस मामले में डीएसपी शाहकोट ओंकार सिंह बराड़ ने कहा- इस घटना की जांच की जा रही है।
फिलहाल दोनों को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच चल रही है। यदि कोई अन्य कर्मचारी इसमें दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।







