डेली संवाद, यूके। UK Immigration: अमेरिका (America) के बाद अब यूके (UK) ने भी कानूनी आव्रजन के नियम यानी कामकाज के नियम बदल दिए हैं। इस नियम के तहत अब केवल डिग्री धारक ही कुशल वीजा प्राप्त कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें: कनाडा सरकार ने एक्सप्रेस एंट्री में किया गया बदलाव, पंजाबियों पर पड़ेगा असर
वहीं दूसरा बड़ा बदलाव यह है कि ग्रेजुएशन होने के बाद ब्रिटेन में काम करने के लिए छात्रों को दिए जाने वाले ग्रेजुएशन वीज़ा की अवधि 2 वर्ष से घटाकर 18 महीने कर दी जाएगी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन अब अजनबियों का द्वीप बनता जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या में वृद्धि
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इस तरह के आव्रजन विस्फोट से हमारे देश को होने वाली क्षति की गणना नहीं की जा सकती। इसके साथ ही साथ ही, निम्न रैंकिंग वाले विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
ऐसे में अब केवल डिग्रीधारी लोग ही ब्रिटेन में कुशल श्रमिक वीजा के लिए पात्र होंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि देश में अब ब्रिटिश श्रमिकों को अधिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए, ताकि विदेशी श्रमिकों की भर्ती भी कम की जा सके।
शुल्क में 32 प्रतिशत की वृद्धि
यदि कोई व्यक्ति ब्रिटेन में बसना चाहता है तो वह तब तक पात्र नहीं होगा जब तक कि वह ब्रिटेन में 10 से 5 वर्ष तक न रह चुका हो। कुशल श्रमिक वीजा के लिए वेतन सीमा भी बढ़ाई जाएगी, जबकि कुशल श्रमिकों के प्रायोजकों के लिए शुल्क में भी 32 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
अंग्रेजी भाषा जरूरी
सभी वीज़ा मार्गों पर अंग्रेजी भाषा को सख्ती से लागू किया जाएगा। प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा – ‘अगर आप यूके में रहना चाहते हैं, तो आपको अंग्रेजी बोलनी होगी।’