डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़े गए अभियान को जारी रखते हुए, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने आज होशियारपुर जिले के थाना, हरियाणा में तैनात सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) कुलदीप सिंह को 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
यह भी पढ़ें: कनाडा सरकार ने एक्सप्रेस एंट्री में किया गया बदलाव, पंजाबियों पर पड़ेगा असर
इस संबंध में जानकारी देते हुए आज यहाँ विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरफ्तारी होशियारपुर जिले के गाँव घगियाल के निवासी रॉबिन कुमार द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के बाद की है। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया कि उक्त थाने में उसके खिलाफ एक पुलिस केस दर्ज किया गया था और केस की जाँच एएसआई कुलदीप सिंह को सौंपी गई थी।
यह एफआईआर दर्ज करने से पहले, उक्त एएसआई कुलदीप सिंह ने कथित तौर पर विरोधी पक्ष के साथ मिलीभगत कर शिकायतकर्ता, उसकी माँ और अन्य परिवार के सदस्यों के खिलाफ जवाबी केस दर्ज कर दिया। इसके बाद, एएसआई कुलदीप सिंह ने शिकायतकर्ता से 50,000 रुपए की रिश्वत की मांग की और ऐसा न करने पर उसकी माँ को सोने की चेन चोरी करने के झूठे केस में फँसाने की धमकी दी।
30,000 रुपए में तय हुआ सौदा
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके बार-बार अनुरोध करने पर सौदा 30,000 रुपए में तय हो गया और एएसआई ने पहली किस्त के तौर पर 10,000 रुपए ले लिए। शिकायत के मुताबिक, आरोपी एएसआई ने रिश्वत की बाकी 20,000 रुपए की मांग की और दूसरी किस्त के तौर पर 5,000 रुपए ले लिए। शिकायतकर्ता ने अपने मोबाइल फोन पर अवैध तौर पर रिश्वत की बाकी रकम माँगते समय हुई बातचीत रिकॉर्ड कर ली।
15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों किया काबू
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जाँच के बाद, विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी एएसआई कुलदीप सिंह को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में तीसरी किस्त के तौर पर 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया। इस संबंध में आरोपी के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के थाना, जालंधर रेंज में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस मामले की आगे की जाँच जारी है।