डेली संवाद, चंडीगढ़। War Against Drugs: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) के दिशा-निर्देशों पर राज्य में से नशों के मुकम्मल ख़ात्मे के लिए चलाई गई मुहिम ‘‘युद्ध नशों विरुद्ध’’ को लगातार 88वें दिन जारी रखते हुये पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने आज राज्य भर के 126 रेलवे स्टेशनों पर घेराबन्दी और तलाशी मुहिम चलाई।
यह भी पढ़ें: कनाडा सरकार ने एक्सप्रेस एंट्री में किया गया बदलाव, पंजाबियों पर पड़ेगा असर
यह आपरेशन डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) के निर्देशों पर सभी 28 पुलिस जिलों में चलाया गया। इस राज्य स्तरीय आपरेशन की निजी तौर पर निगरानी कर रहे स्पैशल डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (स्पेशल डीजीपी) कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि इस आपरेशन को सफल बनाने के लिए सभी सीपीज़/ एसएसपीज़ को सुपरडैंट आफ पुलिस (एसपी) रैंक के अधिकारियों की निगरानी अधीन भारी पुलिस बल तैनात करने के लिए कहा गया था।
530 स्थानों पर छापेमारी की
उन्होंने कहा कि राज्य भर के लगभग 126 रेलवे स्टेशनों पर चलाए गए इस आपरेशन के दौरान लगभग 1332 लोगों की जांच की गई। उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान पूछताछ के लिए 9 शक्की व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया।
इसके इलावा पुलिस टीमों ने नशों के विरुद्ध अपनी मुहिम जारी रखते हुये आज 530 स्थानों पर छापेमारी की जिसके चलते राज्य भर में 90 एफआईआरज़ दर्ज की गई और 141 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया गया। इससे 88 दिनों के अंदर गिरफ़्तार किये गए नशा तस्करों की कुल संख्या 14099 हो गई है।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि छापेमारी के नतीजे के तौर पर गिरफ़्तार किये गए नशा तस्करों के पास से 959 ग्राम हेरोइन, 2 किलो अफ़ीम और 3.4 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की गई है।
जांच की
उन्होंने बताया कि 85 गज़टिड अधिकारियों की निगरानी अधीन 1500 से अधिक पुलिस मुलाजिमों वाली 368 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की और दिन भर चले इस आपरेशन के दौरान 592 शक्की व्यक्तियों की जांच की।उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा व्यापक रणनीति तैयार की गई है और राज्य में से नशों की बुराई के ख़ात्मे तक ऐसे आपरेशन जारी रहेंगे।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य में से नशों के ख़ात्मे के लिए तीन-आयामी रणनीति – इनफोरसमैंट, डी-एडिकशन और प्रीवैंशन (ईडीपी) – लागू की गई है और पंजाब पुलिस द्वारा इस रणनीति के ‘डी-एडिकशन’ के हिस्से के तौर पर 76 व्यक्तियों को नशा मुक्ति और पुनर्वास इलाज करवाने के लिए प्रेरित किया गया है।