War on Drugs: 89 दिनों में 14,000 से अधिक नशा तस्कर गिरफ्तार, 10.7 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद

Daily Samvad
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डेली संवाद, चंडीगढ़। War on Drugs: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशानिर्देशों पर शुरू किए गए नशा विरोधी मुहिम ‘युद्ध नशों विरुद्ध” के 89 दिन पूरे हो गए हैं और पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने 1 मार्च, 2025 से अब तक 8352 एफआईआर दर्ज करके 14183 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है।

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यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए थे। ‘युद्ध नशों विरुद्ध” मुहिम की शुरुआत के बाद, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों के तहत विभिन्न कार्रवाइयां कर रही है, जिसमें राज्य भर में घेराबंदी और तलाशी अभियान, नाइट डोमिनेशन ऑपरेशन और ड्रग हॉटस्पॉट पर छापेमारी शामिल है।

10.75 करोड़ रुपये की ड्रग मनी जब्त

विशेष महानिदेशक (विशेष डीजीपी) पुलिस कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो इन कार्रवाइयों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं, ने बताया कि पंजाब पुलिस ने नशा तस्करों के कब्जे से अब तक 586 किलोग्राम हेरोइन, 246 किलोग्राम अफीम, 135 क्विंटल भुक्की, 8.9 किलोग्राम चरस, 193 किलोग्राम गांजा, 2.5 किलोग्राम आईसीई, 1.6 किलोग्राम कोकीन, 25.70 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल और 10.75 करोड़ रुपये की ड्रग मनी जब्त की है।

89वें दिन के परिणामों का विवरण साझा करते हुए स्पेशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस ने 141 नशा तस्करों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 3.1 किलो हेरोइन, 10 किलो भुक्की, 51790 नशीली गोलियां/कैप्सूल और 38700 रुपये की ड्रग मनी बरामद की है।

576 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की

ऑपरेशन का विवरण देते हुए स्पेशल डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि 96 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1700 से अधिक पुलिसकर्मियों की भागीदारी वाली 250 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में 533 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके चलते राज्य भर में 97 एफआईआर दर्ज की गईं। उन्होंने आगे कहा कि दिन भर चले इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 576 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की।

स्पेशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य से नशे के खात्मे के लिए तीन-तरफा रणनीति – प्रवर्तन, डी-एडिक्शन और रोकथाम (ईडीपी) – लागू की गई है और पंजाब पुलिस ने इस रणनीति के हिस्से के रूप में आज 122 व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास का इलाज लेने के लिए राजी किया है।















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