डेली संवाद, लुधियाना। Punjab News: पंजाब के लुधियाना सेंट्रल जेल (Ludhiana Central Jail) से एक हवालाती संदिग्ध परिस्थितियों में जेल से लापता हो गया था। जिसके चलते जेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। सेंट्रल जेल से गायब हवालाती राहुल को ढूंढने के लिए जेल की पुलिस (Police) व स्थानीय पुलिस सीवरेज लाइन खंगालती रही।
जेल प्रशासन का कहना था कि वो जेल से बाहर नहीं गया और अंदर ही छिपा है। लेकिन गटर के अंदर से भी वो नहीं मिला। जेल सुपरिंटेंडेंट जेल की दीवार फांदकर बाहर जाने की बात असंभव बताते रहे और हवालाती राहुल (Rahul) सबको चकमा देकर बिहार पहुंच गया।
बिहार से पकड़ा गया कैदी
थाना डिवीजन नंबर सात की पुलिस हवालाती को बिहार (Bihar) से पकड़कर ले आई। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी नहीं बता रही है। एक सप्ताह पहले हवालाती शाम को बंदी के समय गायब हो गया और जेल प्रशासन ने उसे ढूंढना शुरू किया।
CCTV से मिला सुराग
पुलिस को सीवरेज के ढक्कन खुले मिले तो शक हुआ कि वह सीवरेज के रास्ते भाग गया। वहीं पुलिस ने पूरा सीवरेज छान मारा तो वहां से भागने की संभावना न के बराबर लगी। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने ड्रोन के जरिए आरोपी को जेल परिसर में ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला तो पुलिस ने अंदर सर्च अभियान बंद कर दिया।
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पुलिस ने उसके बाद जेल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले और उसको ट्रेस करना शुरू किया। पुलिस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली कि वह अपने गांव बिहार चले गया। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने दो टीमें बिहार भेजी और पुलिस ने उसे वहां से पकड़ लिया।

एक दो दिन में करेगी पुलिस खुलासा
थाना डिवीजन नंबर सात की पुलिस अभी आरोपी के पकड़े जाने के बारे में कुछ भी नहीं बता रहे। पुलिस का कहना है कि जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जांच अधिकारी दिनेश शर्मा ने बताया कि जेल के अंदर सर्च अभियान लगभग पूरा हो गया है उन्होंने बताया कि हवालाती शायद जेल से बाहर निकल गया है। उसे पकड़ने के लिए टीमें छापेमारी कर रही हैं।
सीवरेज क्लीनिंग मशीन खंगाला पूरा सीवरेज
पुलिस प्रशासन को सर्च के दौरान जेल के अंदर सीवरेज के ढक्कन खुले मिले थे तो पुलिस को शक था हवालाती सीवर लाइन के जरिए फरार हो गया। पुलिस हवालाती को ढूंढने के लिए सीवर लाइन में उतरी लेकिन उसका सुराग नहीं मिला। वहीं दूसरी तरफ पुलिस चार दिन से ड्रोन के जरिए हवालाती को ढूंढ रही थी। जेल का चप्पा-चप्पा ढूंढने के बाद पुलिस ने हवालाती को जेल परिसर में ढूंढना बंद कर दिया है।
सीवरेज की मैकेनिकल सफाई के लिए सुपर सक्शन मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है। इस मशीन की पाइप के आगे कैमरा लगा होता है और उस कैमरे से सीवरेज के अंदर पड़ी हर चीज दिख जाती है उसके उसके हिसाब से सफाई की जाती है। पुलिस ने जेल के अंदर जब मैन्युअल सर्च किया तो उन्हें कुछ नहीं मिला। फिर पुलिस ने सुपर सक्शन मशीन के जरिए जेल का पूरा सीवरेज खंगाला लेकिन वह नहीं मिला।
भागा कैसे पुलिस की समझ से परे
शाम को बंदी के बाद करीब 3:30 घंटे तक हवालाती राहुल जेल के अंदर ही था। छह बजे बंदी होती है और उस समय वह नहीं मिला तो जेल प्रशासन ने उसकी ढूंढ खोज शुरू कर दी। 9:30 बजे रात तक वह जेल के सीसीटीवी कैमरों में वहीं दिखा। जेल के अंदर से भागने की संभावना न के बराबर हैं। पुलिस यह नहीं समझ पा रही है कि आखिर वह जेल के अंदर से भागा कैसे?
जेल की दीवारों पर 440 बोल्ट का करंट
जेल सुपरिंटेंडेंट कुलवंत सिंह का कहना है कि जेल की दीवार फांदना संभव नहीं है क्योंकि एक तो दीवारें बहुत ऊंची हैं और ऊपर से दीवार के ऊपर कंटीली तारों का रिंग है जिनमें 440 बोल्ट का करंट रहता है। उन तारों को छूने से ही आदमी करंट से झुलस जाता है।








