Refined Oil: आप भी खाते हैं रिफाइंड तेल तो हो जाएं सावधान, शरीर को बनाता है बीमारियों का घर

Daily Samvad
3 Min Read
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

डेली संवाद, चंडीगढ़। Refined Oil: आज के समय में लोगों के खान-पान में काफी बदलाव आ गया है। पहले के समय में सरसों या घी जैसे फायदेमंद तेलों का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब रिफाइंड तेल (Refined Oil) का इस्तेमाल हर घर में आम हो गया है। रिफाइंड तेल का उपयोग सुविधाजनक लग सकता है।

ये भी पढ़ें: ट्रैवल एजैंट विनय हरि के खिलाफ DCP से शिकायत, FIR दर्ज करने की मांग

लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है। रिफाइंड तेलों में ट्रांस-फैटी एसिड, रसायन और कार्सिनोजेन होते हैं। इससे हृदय रोग, मोटापा, उच्च रक्तचाप और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए रिफाइंड तेल के इस्तेमाल से बचें और कच्चे तेल जैसे सरसों, तिल या नारियल तेल का इस्तेमाल करें।

दिल को बीमार करता

रिफाइंड तेल को उच्च तापमान पर तैयार किया जाता है जिससे इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। शोधन प्रक्रिया के दौरान, तेल से विटामिन ई, प्रोटीन और अन्य एंटीऑक्सीडेंट नष्ट हो जाते हैं। इससे तेल में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट की मात्रा बढ़ जाती है जो हानिकारक होते हैं। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और इंसुलिन के स्तर को बढ़ाकर हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है।

शरीर में प्रोटीन की कमी होना

कच्चे तेल में प्राकृतिक रूप से मौजूद गंधयुक्त और प्रोटीनयुक्त तत्व शोधन प्रक्रिया के दौरान हटा दिए जाते हैं। इस प्रक्रिया से तेल की सुगंध और स्वाद में सुधार होता है लेकिन प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा कम हो जाती है। रिफाइंड तेल के नियमित सेवन से प्रोटीन की मात्रा कम होने के कारण शरीर में प्रोटीन की कमी हो सकती है।

ये भी पढ़ें: जालंधर में खुलेआम चलता है दड़ा सट्टा, पुलिस और नेता को जाता है ‘हफ्ता’

रिफाइंड तेल त्वचा के लिए हानिकारक

रिफाइंड तेलों में विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट नहीं होते जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद ट्रांस फैटी एसिड त्वचा की नमी को खत्म कर देता है, जिससे सूखापन और झुर्रियां होने लगती हैं।

Healthy Fat नहीं होता

शोधन प्रक्रिया में, स्वस्थ वसा जैसे मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड को तेल से हटा दिया जाता है। रिफाइंड तेलों के नियमित सेवन से हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है।

नीटू शटरांवाला का बड़ा चैलेंज, कहा – जालंधर का मैं बनूंगा मेयर, नहीं तो मुंह नहीं दिखाऊंगा…















Share This Article
Follow:
महाबीर जायसवाल, डेली संवाद ऑनलाइन में चीफ एडिटर हैं। वे राजनीति, अपराध, देश-दुनिया की खबरों पर दमदार पकड़ रखते हैं। वह 9 सालों से अधिक समय से Daily Samvad (Digital) में चीफ एडिटर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने पत्रकारिता करियर की शुरुआत क्राइम की खबरों से की, जबकि उनके पास, अमर उजाला, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग से लेकर एडिटर तक 25 साल से अधिक पत्रकारिता का अनुभव है। उन्होंने इलाहाबाद की यूनिवर्सिटी से मास कॉम्यूनिकेशन, बीए और एमए की डिग्री हासिल की है।
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *