PIMS News: पिम्स में थेलेसिमीया वार्ड का उद्घाटन, मनाया गया विश्व रक्तदाता दिवस

Daily Samvad
4 Min Read

डेली संवाद, जालंधर। PIMS News: पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) आए दिन नए आयाम छू रहा है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए विश्व खूनदान दिवस (World Blood Donation Day) पर पिम्स में दयावंती फाउंडेशन के सहयोग से तीन बेडों का थेलेसिमीया वार्ड का उद्घाटन किया गया।

यह भी पढ़ें: NEET में 67 टॉपर! कैसे हुआ? पेपर लीक का सच क्या है? पूरी कहानी पढ़े

वार्ड का उद्घाटन फाउंडेशन के चेयरमैन श्री सतीश बत्रा, वाइस चेयरमैंन श्रीमती अर्चना बत्रा, पिम्स के मेडिकल डायरेक्टर डा. कुलबीर कौर , एग्जेक्टिव डायरेक्टर डा. कंवलजीत सिहं, अस्पताल के डायरेक्टर श्री गुरकीरत सिंह, डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा, ने किया। इसी के साथ पिम्स में खूनदान कैंप भी लगाया गया।

खूनदान कैंप भी लगाया गया

पिम्स के इसके साथ ही खूनदान कैंप भी लगाया गया। कैंप में पिम्स के एग्जेक्टिव डायरेक्टर डा. कंवलजीत सिहं औऱ अस्पताल के डायरेक्टर श्री गुरकीरत सिंह, विद्यार्थियों, डाक्टरों और अन्य स्टाफ ने भी खूनदान किया।

Pims News
World Blood Donation Camp

इस अवसर पर डा. कुलबीर कौर ने कहा कि काफी देर से हम विचार कर रहे थे कि पिम्स में एक थैलेसीमिया युनिट को स्थापित किया जाए। लेकिन दयावंती फाउंडेशन के कारण पिम्स का सपना साकार हो पाया। पिम्स में अब तीन बेडों का थैलेसीमिया वार्ड खुल गया है।

मरीजों को अब कहीं ओर जाने की जरूर नहीं। बिना कोई खर्चा किये पिम्स में थैलेसीमिया के मरीज अपना इलाज करवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों के लिए खून की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। इसलिए वार्ड खोलने के लिए इस दिन को चुना गया है।

विद्यार्थी बहुत उत्साहित है- डायरेक्टर

पिम्स के एग्जेक्टिव डायरेक्टर डा. कंवलजीत सिंह ने दयावंती फाउंडेशन की टीम खासकर बत्रा परिवार जोकि इस फाउंडेशन को चला रहे हैं का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिम्स और दयावंती फाउंडेशन की एसोसिएशन काफी आगे तक जाएगी।

PIMS News
PIMS News

उन्होने कहा कि वार्ड के खुलने से पिम्स के विद्यार्थी बहुत उत्साहित है। उन्होंने कहा कि खूनदान से एक साथ तीन जिंदगियों को बचाया जा सकता है। इसलिए पिम्स परिवार के साथ-साथ उन्होंने लोगो से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा खूनदान करो।

इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है…

पिम्स के डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा ने कहा कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि मशहूर इम्यूनोलाजिस्ट कार्ल लेंडस्टीनर का जन्म हुआ था। इन्होंने आज के ही दिन ब्लड ग्रुपों की खोज की थी। उन्होंने कहा कि लोगों को डर है कि खूनदान करने से खून की कमी हो जाती है लेकिन ऐसा नहीं है खूनदान करने के बाद तीन महीने के अंदर खून बन जाता है।

खूनदान को महा दान कहा गया है। पिम्स समय-समय पर विभिन्न स्थानों में जाकर खूनदान कैंप लगाए जा रहे है ताकि थैलेसीमिया से जूझ रहे मरीजों के लिए खून की पूर्ति हो सके।

इस असवर पर पिम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. पुनीत खुराना, डिप्टी सुपरिटेंडेंट डा. तानिया मोडगिल, डीन (एकेडमिक) डा. एच.के चीमा, फाउंडेशन के सेकेट्री मलकीत सिंह रगबोत्रा, एग्जेक्टिव ट्रस्टी डा. मेहरप्रीत सिंह, अनिल कुमार कोचर, मैनेजर स. परमजीत सिंह मौजूद थे।















Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *