डेली संवाद, नई दिल्ली। Cyclone Montha Update: चक्रवात मोन्था (Cyclone Montha) ने मंगलवार रात आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में भूस्खलन के बाद इसने दक्षिण भारत के कई हिस्सों में व्यापक क्षति पहुंचाई।
अगले 6 घंटों तक तूफान का असर
गंजम के समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और हवा की रफ्तार 80-100kmph पहुंच गई है। IMD के मुताबिक लैंडफॉल के बावजूद अगले 6 घंटों तक तूफान का असर रहेगा। इसके साथ ही ओडिशा के 8 जिले गंजम, गजपति, रायगढ़ा, कोरापुट, मलकानगिरी, कंधमाल, कालाहांडी और नबरंगपुर में मोन्था के चलते भारी बारिश और आंधी चल सकती है।

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राज्य सरकार ने 11 हजार लोगों को निकाला है। 30 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने की तैयारी है। ODRF की 30 टीम और NDRF की 5 टीमों को तैनात किया गया है। भारी बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया।
हवाओं की रफ्तार 100–110 किलोमीटर प्रति घंटा
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान मोंथा बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के सोमवार देर रात भयावह रूप ले लिया। मंगलवार को यह तूफान आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट से टकराया। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 100–110 किलोमीटर प्रति घंटा थी। मंगलवार रात में चक्रवात आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम तट से टकराया था।

ठप हुई बिजली व्यवस्था
मंगलवार शाम 7.30 बजे से देर रात लगभग 1 बजे तक लगभग 5.30 घंटे लैंडफॉल चला। इस दौरान 90-100kmph की रफ्तार से हवा चली थी, जो कि 110kmph पहुंच गई। मछलीपट्टनम में कई जगह पेड़ गिरे, समुद्र किनारे के मकान ढह गए। कई इलाकों में बिजली के तार टूट गए और पोल गिर गए। शहर की बिजली व्यवस्था ठप हो गई।







