नई दिल्ली। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लग रहा है। चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी की छाया सूर्य की रौशनी को ढक लेती है। यह चंद्र ग्रहण अमेरिका में नहीं दिखाई देगा, लेकिन एशिया, यूरोप, अफ्रीका में यह देखने को मिलेगा।
धार्मिक दृष्टि से भी इस ग्रहण के बहुत अधिकर मायने हैं। पूर्णिमा के दिन इस चंद्र ग्रहण पर दान पुण्य का खास महत्व होगा। इस दिन पौष पूर्णिमा है। हृ हिन्दू धर्म में बेहद खासा माना जाता है। इस दिन गुरू की पूजा की जाती है इसलिए इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करेंगे।
वहीं 10 जनवरी से प्रयागराज में माघ मेले की भी शुरुआत हो रही है। मेला 10 जनवरी को पौष पूर्णिमा से शुरू होकर 21 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा। ऐसा भी माना जाता है कि पौष माह की पूर्णिमा पर स्नान और जान से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इसलिए मोक्ष की कामना रखने वाले बहुत ही शुभ मानते हैं। क्योंकि इसके बाद माघ महीने की शुरुआत होती है। ऐसा माना जाता है कि यदि चंद्र ग्रहण के दौरान किसी सरोवर में स्नान किया जाए तो सभी पाप धुल जाता हैं। इसके अलावा गेहूं, चावल और गुड़ जैसी चीजों का दान भी करना चाहिए। इससे खुशहाली आती है।
लेकिन ग्रहण होने की वजह से पौष पूर्णिमा के दिन होने वाला स्नान ग्रहण के बाद ही होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह 12 घंचे पहले शुरू हो जाता है। इस दौरान मंदिरों के केपाट बंद हो जाएंगे। इस साल कुल 5 ग्रहण होंगे। जिसमें दो सूर्य ग्रहण और तीन चंद्र ग्रहण हैं।