डेली संवाद, कनाडा। Canada News: कनाडा सरकार ने नागरिकों को बड़ा झटका दिया है। कनाडा में अब उत्पाद और सार्वजनिक संपत्ति के अलावा नया और अजीब रेन टैक्स (Rain Tax) शुरू होने जा रहा है। इसकी घोषणा आधिकारिक वेबसाइट पर की गई है। इस अजीबोगरीब टैक्स से लोगों का गुस्सा भड़क गया है।
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सोशल मीडिया पर लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। साल 2017 में कनाडा सरकार ने भी इस टैक्स के बारे में बात की थी। टोरंटो के मेयर जॉन टोरी (John Tory) की समिति ने इस संबंध में मतदान भी किया, लेकिन वर्षा कर के पक्ष में कम मतदान के कारण यह कर नहीं लगाया जा सका।
कनाडा में तूफान जल प्रबंधन एक बड़ी समस्या रही है
टोरंटो सहित लगभग पूरे कनाडा में तूफान जल प्रबंधन एक बड़ी समस्या रही है। पिछली बारिश में देश की राजधानी ओटावा की सड़कें पानी से भर गईं। लोगों का जरूरी काम से आना-जाना भी मुश्किल हो गया।
इससे निपटने के लिए वहां स्टॉर्म ड्रेनेज का निर्माण किया गया है। यह एक विशेष प्रकार की प्रणाली है जिसके माध्यम से अतिरिक्त पानी, जो मिट्टी या पेड़-पौधों द्वारा अवशोषित नहीं होता है, को बहा दिया जाता है।
यह पद्धति सभी देशों में अपनाई जाती है। दरअसल, सड़कों, फुटपाथों, कार पार्कों, घरों आदि जैसी कठोर सतहों पर कंक्रीट जल्दी नहीं सूखती है। यह सड़कों पर बह जाता है या नालियों को अवरुद्ध कर देता है। कनाडा में यह समस्या और भी गंभीर है क्योंकि वहां न केवल बारिश होती है बल्कि भारी बर्फबारी भी होती है।
यह बर्फ प्रवाह भी बनाती है। इससे न केवल टोरंटो में बाढ़ आती है, बल्कि जैसे ही पानी नालियों के माध्यम से घरों में घुसने लगता है, पीने के पानी की गुणवत्ता भी ख़राब होने लगती है।
कनाडा सरकार ने लगाया नया टैक्स
अपवाह को संभालने के लिए, टोरंटो प्रशासन ने तूफानी जल शुल्क और जल सेवा शुल्क (Stormwater Charges and Water Service Charges) पर परामर्श किया। प्रशासन इसे सभी संपत्तियों पर लगा सकता है, जिसमें आवासीय भवनों के अलावा कार्यालय, रेस्तरां जैसी संरचनाएं शामिल होंगी।
सरकार के इस फैसले से हंगामा मचा हुआ है। अब तक तो टोरंटोवासी पानी पर कर अदा करते हैं। इसमें तूफानी जल प्रबंधन की लागत भी शामिल है। अब नया टैक्स लागू होने से ऐसी जगहों पर रहने वाले लोगों पर भारी टैक्स लगेगा, खासकर जहां भाग-दौड़ ज्यादा होती है। यानि जहां घनी आबादी है, वहां इमारतों के कारण पानी नहीं सूखेगा।
गौरतलब है कि अलग-अलग क्षेत्रों में टैक्स अलग-अलग होगा। उदाहरण के लिए, जहां घनी बस्ती है, वहां समग्र कठोर सतह दिखाई देगी। इसमें न केवल घर, बल्कि ड्राइववे, पार्किंग स्थल और अन्य कंक्रीट संरचनाएं भी शामिल हैं। जिन जगहों पर इमारतें कम होंगी, वहां ट्रैफिक कम होगा, जिससे टैक्स भी कम होगा।
इन देशों में भी लगे हैं अजीबो-गरीब टैक्स
स्वीडन में बच्चों के नाम को स्वीडिश टैक्स (Swedish Tax) एजेंसी द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। जन्म के 5 साल के भीतर ऐसा न करने पर भारी जुर्माना लगाया जाता है। यह नियम लोगों को शाही नाम का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए बनाया गया था, जो अब भी लागू है।
डेनमार्क और न्यूजीलैंड में गायों को दफनाने पर टैक्स (Burial Tax) लगाने को लेकर कई बार चर्चा हुई। प्रस्ताव लगभग लागू हो गया था लेकिन चरवाहों के रोष के कारण इसे वापस लेना पड़ा। दरअसल, कई शोधकर्ताओं का मानना है कि गाय के डकार में मौजूद मीथेन गैस प्रदूषण बढ़ा रही है। अब सरकार टैक्स के बजाय ऐसा चारा तैयार कर रही है, जिससे कम मीथेन पैदा हो।
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चीन के हुबेई में एक अलग घटना घटी। साल 2009 के दौरान सिगरेट न पीने पर टैक्स (Tax on not Smoking Cigarettes) देने का नियम बना था। यह मंदी के बाद का दौर था, जिससे उबरने के लिए कई तरीके अपनाए गए। ये भी उनमें से एक था।