डेली संवाद, नई दिल्ली। Heart Attack : हार्ट अटैक शब्द सुनते ही ज्यादातर लोगों के जेहन में सीने में तेज दर्द की तस्वीर बन जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हार्ट अटैक (Heart Attack) हमेशा सीने में दर्द के साथ नहीं आता? कभी-कभी हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण इतने हल्के होते हैं कि हम उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं, यही वजह है कि कई बार देर हो जाती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको हार्ट अटैक के कुछ ऐसे ही “साइलेंट” लक्षणों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।
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छिपे हुए Heart Attack के संकेत
- अत्यधिक थकान और कमजोरी: आप बिना किसी खास कारण के लगातार थकान और कमजोरी महसूस कर रहे हैं। यह थकान इतनी अधिक होती है कि आपके रोजमर्रा के काम भी करने में दिक्कत होती है।
- सीने में जकड़न या बेचैनी: सीने में दर्द से ज्यादा खतरनाक हो सकता है सीने में जकड़न या बेचैनी का महसूस होना। यह ऐसा महसूस होता है मानो कोई चीज आपके सीने को दबा रहा है या उस पर बहुत तेज वजन रखा गया है।
- ऊपरी शरीर में दर्द या बेचैनी: कई बार हार्ट अटैक में दर्द सिर्फ सीने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह आपके कंधे, बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ में भी हो सकता है।
- पसीना आना: हार्ट अटैक के दौरान बिना किसी कारण के भी तेज पसीना आना एक आम लक्षण है। यह पसीना ठंडा और चिपचिपा हो सकता है।
- पाचन संबंधी समस्याएं: हार्ट अटैक के दौरान जी मिचलाना, उल्टी होना या पेट में दर्द होना भी हो सकता है। अक्सर इन लक्षणों को फूड पॉइजनिंग समझ लिया जाता है।
- सांस लेने में तकलीफ: थोड़ी सी भी मेहनत करने पर या आराम करने के बावजूद भी सांस लेने में तकलीफ होना हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
- चक्कर आना या बेहोशी: हृदय ठीक से काम न करने पर शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिसकी वजह से चक्कर आना या बेहोशी जैसी स्थिति बन सकती है।
- नींद में परेशानी: कई लोगों को हार्ट अटैक से पहले नींद में भी दिक्कत होती है। उन्हें रात में अचानक से नींद खुल जाती है और सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो देर न करें। तुरंत डॉक्टर से मिलें या किसी नजदीकी अस्पताल में जाएं।
Heart Attack से बचाव
- संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें और धूम्रपान से दूर रहें।
- अपने कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें।
- वजन को कंट्रोल में रखें।
- तनाव कम करें।
- नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाएं, खासकर अगर आपको हार्ट अटैक का खतरा है।
हार्ट की बीमारी को पूरी तरह से रोका जा सकता है। बस जरूरत है स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और अपने शरीर के संकेतों को समझने की।