डेली संवाद, अमृतसर। Punjab News: एक तरफ जहां राज्य सरकार की सुरक्षा एजेंसियां हेरोइन और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ नशा बेचने वालों और नशा करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
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हेरोइन तस्करी और भारत-पाकिस्तान सीमा (India- Pakistan Border) पर ड्रोन की आवाजाही ने भी साल 2023 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीएसएफ की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 6 महीने के दौरान सीमा पर 126 ड्रोन पकड़े गए हैं, जबकि 150 किलो हेरोइन जब्त की गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हेरोइन की कीमत करीब 750 करोड़ रुपए है। वर्ष 2023 के दौरान 6 माह में बी.एस.एफ. 107 ड्रोन पकड़े थे। सीमावर्ती इलाकों पर ड्रोन की आवाजाही देखकर ऐसा लग रहा है कि तस्करों को सुरक्षा एजेंसियों का कोई डर नहीं है, हालांकि पुलिस आए दिन तस्करों को गिरफ्तार कर बड़े खुलासे कर रही है।
छोटे ड्रोन आधा किलो का पैकेट ले जाने में सक्षम
तस्करों द्वारा बड़े ड्रोन उड़ाने के बजाय छोटे ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। छोटे ड्रोन की कीमत ज्यादा नहीं होती और गिरने पर ज्यादा नुकसान भी नहीं होता।
छोटे ड्रोन आधा किलो तक वजन उठाने में सक्षम हैं और रोजाना बी.एस.एफ. 563 ग्राम या उससे कम वजन वाले हेरोइन के पैकेट जब्त किए जा रहे हैं।
बार्डर पर बाड़ के दोनों तरफ फसल नहीं
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बाड़ के दोनों ओर फिलहाल कोई खड़ी फसल नहीं है। तार के उस पार और तार के अंदर के किसानों द्वारा धान की बुआई की जा चुकी है और पानी लगाया गया है।
ऐसे में तस्करों को जगह नहीं मिला पाती, लेकिन ड्रोन की वजह से हेरोइन का पैकेट उतारकर पहुंचा दिया जाता है और किसी खास लोकेशन पर डिलीवरी करवाई जाती है।
विलेज डिफैंस कमेटियों का विशेष प्रभाव नहीं
केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से सीमावर्ती गांवों में विलेज डिफैंस कमेटियों का गठन किया गया है, जिसके तहत वीपीओ अपने-अपने गांवों की गतिविधियों पर नजर रखते हैं।
कई बार वीपीओ के सहयोग से हेरोइन की खेप, लावारिस पड़े ड्रोन व हथियार तो कब्जे में ले लिए गए हैं, लेकिन जिस तरह से ड्रोन की आवाजाही को रोका जाना चाहिए, वह दिखाई नहीं दे रहा
कुछ लोग किसानों की आड़ में कर रहे तस्करी
सीमावर्ती इलाकों में कुछ तस्कर किसानों की आड़ में तस्करी का काला कारोबार कर रहे हैं। हाल ही में एक किसान और उसके समर्थक के ट्रैक्टर के हिस्से से आधा किलो हेरोइन का पैकेट पकड़ा गया था।
इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें किसानों की आड़ में तस्करी करने वाले तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। एनसीबी के कुछ मामलों में किसानों की आड़ में तस्कर भगोड़े चल रहे हैं।