डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास और मछली पालन मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां (Gurmeet Singh Khudian) ने आज श्री मुक्तसर साहिब जिले से राज्य में 21वीं पशुधन गणना का आरंभ किया गया।
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खुड्डियां ने बताया कि इस गणना के दौरान कुल 16 विभिन्न नस्लों के पशुओं और पोल्ट्री की गणना की जाएगी। पहली बार, गणना में पशुपालन व्यवसाय क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को भी दर्ज किया जाएगा। 2019 के बाद दूसरी बार यह गणना डिजिटल रूप में करवाई जाएगी, जिसमें पशुधन की नस्लों और अन्य विशेषताओं का डेटा एकत्र करने के लिए मोबाइल ऐप का उपयोग किया जाएगा।
गणना रिकॉर्ड की जा सके
उन्होंने बताया कि इस व्यापक क्षेत्रीय सर्वेक्षण को पूरा करने के लिए विभाग द्वारा एक राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी, 5 जोनल नोडल अधिकारी, 23 जिला नोडल अधिकारी, 392 पर्यवेक्षक और 1962 गणनाकार नियुक्त किए गए हैं। ये गणनाकार लगभग 65 लाख घरों का दौरा करेंगे ताकि जानवरों की नस्लों और अन्य विशेषताओं के अनुसार उनकी गणना रिकॉर्ड की जा सके।
यह पहली बार होगा कि पालतू कुत्तों की भी उनकी नस्ल के आधार पर गणना की जाएगी। इसके अलावा, पहली बार गौशालाओं में पशुओं और खानाबदोश कबीलों द्वारा पाले जा रहे पशुओं को अलग से गिना जाएगा। इस गणना के दौरान पशुपालन क्षेत्र पर किसानों की निर्भरता के साथ-साथ पोल्ट्री और पशुपालन से जुड़े उपकरणों के आंकड़े भी एकत्र किए जाएंगे। यह गणना फरवरी 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है।
नई नीतियां बनाने में सहायक
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. गुरशरणजीत सिंह बेदी ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि इस गणना के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और इसे सुचारू व निर्विघ्न तरीके से करवाने के लिए सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी और विशेष सचिव श्री हरबीर सिंह संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। उनकी अगुवाई में यह गणना राज्य के पशुपालकों की भलाई के लिए नई नीतियां बनाने में सहायक होगी।