डेली संवाद, चंडीगढ़ / रूपनगर। Punjab News: भारतीय पुलिस फाउंडेशन द्वारा देश के चार राज्यों- तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान और पंजाब में शुरू किए गए ‘आंतरिक पुलिस सुधार’ परियोजना की औपचारिक शुरुआत आज यहां पंजाब पुलिस मुख्यालय में डीजीपी पंजाब गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) (IPS), IPF के उपाध्यक्ष और परियोजना निदेशक डॉ. इश कुमार (IPS सेवानिवृत्त), एडीजीपी/ट्रैफिक एवं सड़क सुरक्षा-कम-राज्य नोडल अधिकारी ए.एस. राय (IPS) और IPF परियोजना के राज्य पर्यवेक्षक जी.एस. संधू (IPS सेवानिवृत्त) की उपस्थिति में IPF और पंजाब पुलिस के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करके की गई।
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पुलिस लाइन के ऑडिटोरियम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एडीजीपी/ट्रैफिक एवं रोड सेफ्टी-कम-राज्य नोडल अधिकारी श्री ए.एस. राय ने कहा कि इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से पंजाब पुलिस (Punjab Police) और इंडियन पुलिस फाउंडेशन के बीच आपसी सहयोग को मजबूती मिलेगी, जिससे पुलिस के रोजमर्रा के कार्यों में नागरिक केंद्रित सुधार लाने में सहायता मिलेगी। इसके अलावा, यह समझौता पुलिस को आम नागरिकों की समस्याओं को पहचानने में भी मदद करेगा।

9 पुलिस स्टेशन शामिल
इस समझौते के तहत सिविल पुलिसिंग को और भी सुविधाजनक और जनहितकारी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। श्री राय ने बताया कि प्रारंभ में आई.पी.एफ. द्वारा चार जिलों – एसएएस नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और खन्ना में स्थित 30 पुलिस स्टेशनों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसमें जिला रूपनगर के 09 पुलिस स्टेशन शामिल हैं, जिनमें थाना सिटी रूपनगर, सदर रूपनगर, सिंह भागवंतपुर, सिटी मुरिंडा, सदर मुरिंडा, चमकौर साहिब, आनंदपुर साहिब, नूरपुर बेदी और नंगल शामिल हैं। इसके बाद, परियोजना के कार्यान्वयन क्षेत्र का विस्तार चरणबद्ध तरीके से राज्य के अन्य जिलों तक किया जाएगा।
एडीजीपी ने आगे बताया कि इस पहल के तहत प्रारंभिक चरण में आई.पी.एफ. के शोधकर्ताओं की टीम 25 मार्च 2025 से 2 अप्रैल 2025 तक जिला रूपनगर के पुलिस थानों में शिकायतकर्ताओं, पीड़ितों, गवाहों, आरोपियों, मुकदमे से जुड़े व्यक्तियों, उच्च पुलिस अधिकारियों, ट्रैफिक उल्लंघनकर्ताओं आदि सहित सभी संबंधित पक्षों के साथ जन सलाहकार बैठकें करेगी।

इस उद्देश्य से शुरू की…
इस अवसर पर डॉ. इश कुमार (आई.पी.एस., सेवानिवृत्त) ने कहा कि आई.पी.एफ. के शोधकर्ताओं की टीम विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित पक्षों के साथ जन सलाहकार बैठकें करेगी, प्रमुख समस्याओं की पहचान करेगी, सुधार मैनुअल तैयार करेगी, इस मैनुअल के आधार पर पुलिस स्टेशन के स्टाफ को प्रशिक्षण देगी, पुलिस के कार्य करने के नए तरीकों के प्रभाव का मूल्यांकन करेगी और फिर आवश्यकतानुसार स्थायी/परिपत्र आदेश, एसओपी आदि के माध्यम से पुलिस के रोजमर्रा के कार्यों में अपनाने के लिए आवश्यक सिफारिशों का सेट प्रस्तुत करेगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस अपनी ओर से मानव संसाधन, लॉजिस्टिक्स, डेटा एक्सेस और समन्वय आदि के मामलों में हर तरह की आवश्यक सहायता प्रदान करेगी ताकि विधिवत शोध आधारित सुधारों को लागू करने के उद्देश्य से शुरू की गई इस परियोजना को पूरी क्षमता से लागू किया जा सके।
ये वरिष्ठ अधिकारी हुए शामिल
परियोजना निदेशक डॉ. इश कुमार (आई.पी.एस., सेवानिवृत्त) ने डीजीपी को आश्वस्त किया कि इस परियोजना के तहत किए गए शोध के परिणाम राज्य के लोगों के लिए अधिक लाभदायक सिद्ध होंगे और पंजाब पुलिस की छवि को और ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आज आई.पी.एफ. की टीम ने उपाध्यक्ष आई.पी.एफ. डॉ. इश कुमार (आई.पी.एस., सेवानिवृत्त) और एडीजीपी ट्रैफिक-कम-राज्य समन्वयक ए.एस. राय (आई.पी.एस.) के नेतृत्व में जिला रूपनगर के एसएचओ सहित सभी अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें एसएसपी रूपनगर जी.एस. खुराना (आई.पी.एस.) और पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।


