डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) में एमटीपी (MTP) इकबालप्रीत सिंह रंधावा के दफ्तर में सरकारी दस्तावेजों की फोटो खींचने और फाइल खुर्द बुर्द करने को लेकर दफ्तर से खदेड़े गए आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी है। इसकी शिकायत क्लर्क ने 5 मार्च को ही कमिश्नर गौतम जैन से की थी।
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जानकारी के मुताबिक जालंधर (Jalandhar) के एमटीपी इकबालप्रीत सिंह रंधावा के दफ्तर में 5 मार्च 2025 को आरटीआई एक्टिविस्ट को क्लर्क नितिन शर्मा और एमटीपी इकबालप्रीत सिंह रंधावा ने दफ्तर से खदेड़ दिया था। उस समय कमिश्नर गौतम जैन से उक्त आरटीआई एक्टिविस्ट की शिकायत की गई थी।
सरकारी कागजों से छेड़खानी
आरोप है कि उक्त आरटीआई एक्टिविस्ट सरकारी कागजों से छेड़खानी कर रहा था। कमिश्नर को दी गई शिकायत में कहा गया कि उक्त आरटीआई एक्टिविस्ट कर्मचारियों की गैर मौजूदगी में दफ्तर में आकर फाइलों की फोटो खींचने लगता है और फाइलें खुद बुर्द करता है। जिससे फाइलों की गुम होने की आशंका है।
हैरानी की बात तो यह है कि 5 मार्च को की गई शिकायत पर निगम कमिश्नर ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि एक महीना होने को है। यह मामला चंडीगढ़ में सीएम आफिस तक पहुंच गया है। जिससे निगम कमिश्नर एफआईआर दर्ज करने को तैयार हो गए हैं। सूत्र बता रहे हैं कि एक महीने तक कार्रवाई न करने के पीछे सत्ताधारी नेता का दबाव था।
जरूरी दस्तावेज के गायब होने की आशंका
आपको बता दें कि नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच की कई जरूरी दस्तावेज के गायब होने की आशंका है। इसमें वे कामर्शियल इमारते हैं, जो सील की जा चुकी हैं। सीलिंग के बाद इन इमारतों की सील टूट भी गई है। इसके बाद अब इन इमारतों की फाइलें ही नहीं मिल रही हैं।