डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) की दूरदर्शी सोच के चलते पंजाब में “शिक्षा क्रांति” का युग प्रारंभ हुआ है, जिससे प्रदेश के शैक्षणिक क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ रहे हैं।
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यह विचार खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने भोआ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरकारी प्राइमरी स्कूल पपियाल के लिए 13.21 लाख रुपये, सरकारी प्राइमरी स्कूल नाजोचक्क के लिए 8.27 लाख रुपये और सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नाजोचक्क के लिए 11.13 लाख रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए।
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नाजोचक्क में संबोधन करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि शैक्षिक क्षेत्र में यह क्रांति मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शिता एवं मार्गदर्शन, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और शिक्षा क्रांति के अग्रदूत मनीष सिसोदिया के ठोस प्रयासों का परिणाम है।
भारी धनराशि खर्च की जा रही
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा क्रांति के अंतर्गत स्कूलों में लाइब्रेरी, चारदीवारी, शौचालयों एवं विज्ञान प्रयोगशालाओं के निर्माण जैसे मजबूत बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने के लिए भारी धनराशि खर्च की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार द्वारा लाई गई इस क्रांतिकारी पहल ने लोगों की सोच में एक बड़ा बदलाव लाया है, जिससे सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के नामांकन में भारी वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, शिक्षकों को प्रशिक्षण हेतु विदेश भेजा जा रहा है ताकि स्कूलों में नवीनतम शैक्षणिक पद्धतियों को लागू किया जा सके। कटारूचक्क ने कहा कि “शिक्षा क्रांति” की यह दिशा भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगी।
इस अवसर पर हलका इंचार्ज एवं जिला अध्यक्ष, आम आदमी पार्टी अमित मंटू ने सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरकारी प्राइमरी स्कूल कोटमती के लिए 1.40 लाख रुपये, शहीद गौतम सिंह पठानिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोटमती के लिए 9.55 लाख रुपये और सरकारी हाई स्कूल कोटमती के लिए 11.1 लाख रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया।