डेली संवाद, जालंधर/अमृतसर। Punjab News: आय से ज्यादा संपत्ति बनाने को लेकर नगर निगम के एक MTP के खिलाफ स्थानीय निकाय विभाग ने जांच शुरु कर दी है। स्थानीय निकाय विभाग के सैक्रेटरी के आदेश पर चीफ विजीलैंस अफसर राजीव सेखड़ी की टीम ने जांच शुरू की है।
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जालंधर और अमृतसर में एमटीपी रहे अफसर ने आय से ज्यादा संपत्ति बनाई है। एमटीपी के खिलाफ जालंधर के करणप्रीत सिंह ने स्थानीय निकाय विभाग के सैक्रेटरी को शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया है कि उक्त एमटीपी करोड़ों रुपए का मालिक है।
एमटीपी ने नाजायज तरीके से पैसे कमाए
शिकायत में कहा गया है कि उक्त एमटीपी ने नाजायज तरीके से पैसे कमाए हैं। जिससे उन्होंने अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के नाम पर अकूत संपत्ति बनाई है। करणप्रीत की शिकायत के बाद इसकी जांच विभागीय विजीलैंस को सौंपी गई है। जिससे उक्त एमटीपी के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।
स्थानीय निकाय विभाग के अलावा उक्त एमटीपी के खिलाफ ईडी और इनकम टैक्स विभाग में शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता के मुताबित इनकम टैक्स विभाग की तरफ से एमटीपी को नोटिस भेजा गया है। जल्द ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
पंजाब और हिमाचल में कई संपत्तियां
सैंट्रल एजैंसी को भेजी गई शिकायत के मुताबिक उक्त अफसर की अमृतसर, गुरदासपुर, डलहौजी और खरड़ में अरबों की संपत्तियां हैं। ज्यादातर संपत्तियां अमृतसर में है। शिकायत के मुताबिक ज्यादातर संपत्तियां उक्त अफसर ने अपने दोस्तों, अपनी पत्नी और पारिवारिक सदस्यों के नाम पर ले रखी है।
स्कूल, अस्पताल और होटल का मालिक
सूत्र बता रहे हैं कि उक्त बिल्डिंग ब्रांच का अफसर स्कूल भी चलाता है। अफसर की पत्नी के नाम पर स्कूल और अस्पताल है। इस स्कूल की प्रिंसीपल खुद इस अफसर की पत्नी है। इसके अलावा कई कालोनियां उक्त अफसर ने काटी है। डलहौजी में कामर्शियल बिल्डिंग हैं।
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उक्त अफसर ने भारत-पाक सीमा पर अटारी के पास करीब 40 एकड़ जमीन भी खरीदी है। जलियांवाला बाग के पास एक होटल भी इसका है। इसे लेकर सैंट्रल एजैंसी को शिकायत भेजी गई है। उक्त अफसर का पूरा कच्चा चिट्ठा सैंट्रल एजैंसी के पास भेजा गया है।