IKGPTU: आई.के.जी पी.टी.यू के फैकल्टी डॉ. बरिंदरजीत को मिला अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार

Daily Samvad
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डेली संवाद, कपूरथला। IKGPTU: आई. के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) के फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के फैकल्टी डॉ. बरिंदरजीत सिंह, सहायक प्रोफेसर, को आई.आर.एस.डी प्रिमिनेंट एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड 2022 मिला है। उन्होंने खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। उन्हें यह पुरस्कार महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (मगसीपा), चंडीगढ़ में आयोजित फ़ूड साइंस विषय की विशेष 8वीं अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन के दौरान मिला।

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डॉ. बरिंदरजीत सिंह की इस उपलब्धि पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. एस.के. मिश्रा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी है। रजिस्ट्रार डॉ. मिश्रा ने कहा कि यूनिवर्सिटी के मुख्य एवं अन्य परिसरों में पी.एच.डी सहित अन्य उच्च शैक्षणिक ज्ञान वाले फैकल्टी सदस्यों की संख्या अधिक है और इस तरह के पुरस्कार इस बात का प्रमाण हैं कि यूनिवर्सिटी के फैकल्टी देश की शैक्षणिक उत्कृष्टता में अधिक योगदान दे रहे हैं।

गौरतलब है कि यह कन्वेंशन ग्रीन थिंकर जेड सोसाइटी द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें सेंटर फॉर मॉडर्न कंस्ट्रक्शन, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया का अकादमिक समर्थन भी शामिल था। इसके इलावा एल्सेवियर मंडेला; आई.आई.टी बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल, वेकलेट, फ्लिपग्रिड, द इंटेलिजेंट इंडियन ने भी इस आयोजन का समर्थन किया। इस कन्वेंशन में 5 देशों के 100 से अधिक शोधकर्ताओं, इंजीनियरों एवं शिक्षाविदों ने भाग लिया।

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कार्यक्रम की राष्ट्रीय समन्वयक आकांक्षा सैनी, आई.आई.टी. बॉम्बे- स्पोकन ट्यूटोरियल, डॉ. हर्ष सदावर्ती, देश भगत यूनिवर्सिटी, पंजाब, डॉ. स्वतंत्र सिंह खुरमी, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला एवं डॉ. लाभ सिंह, पूर्व सलाहकार, दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय, भारत सरकार सम्मेलन के दौरान सम्मानित अतिथि रहे। गौरतलब है कि डॉ. बरिंदरजीत सिंह ने विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और सम्मेलनों में 65 से अधिक वैज्ञानिक शोध पत्र लिखे हैं।

कम उम्र में ही उन्होंने खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग तथा प्रबंधन में आठ पुस्तक अध्यायों एवं पांच अन्य पुस्तकों में योगदान दिया है। उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में आठ सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठित अनुसंधान संस्थान, भारत द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार भी मिला है। उन्होंने सात पेटेंट दायर किए हैं और चार उन्हें अवार्ड भी हो चुके हैं।

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