डेली संवाद, दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में 11 एजेंटों को गिरफ्तार किया है जो ‘डंकी रुट्स’ (Donkey Routes) का उपयोग करके लोगों को वीजा-ऑन-अराइवल सिस्टम का गलत फायदा उठाकर अमेरिका भेज रहे थे। ये ‘डंकी रुट्स’ एशियाई देशों में भी अवैध रूप से लोगों को भेजने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
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Donkey Routes क्या हैं?
‘Donkey Routes’ का मतलब है कि एजेंट उन देशों का उपयोग करते हैं जहां भारतीय नागरिकों को वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधा मिलती है। इन देशों में भेजकर वे उन्हें अवैध तरीके से उनके इच्छित गंतव्य देश, जैसे कि अमेरिका और कनाडा, में पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
दिल्ली पुलिस, इमिग्रेशन ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई जांच में पाया गया कि एजेंट यात्रियों को उन देशों में भेजते हैं जो भारतीय नागरिकों को वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधा प्रदान करते हैं। वहां से वे उन्हें अवैध तरीके से सीमा पार कराकर अमेरिका और अन्य देशों में भेजते हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी का बयान
एक अधिकारी ने बताया कि एक आम तरीका है कि यात्रियों को नकली शेंगेन वीजा के साथ यूरोपीय देशों जैसे अज़रबैजान या कजाकिस्तान भेजा जाता है। वहां से उन्हें सेंट्रल अमेरिका या कैरेबियन देशों जैसे ग्वाटेमाला और कोस्टा रिका के जरिए अमेरिका भेजा जाता है। “ये नीतियां पर्यटकों के लिए बनाई गई हैं, लेकिन इन्हें अवैध इमिग्रेशन के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है,” अधिकारी ने कहा।
डीसीपी यूषा रंगनानी ने बताया कि 2024 के पहले छह महीनों में दिल्ली पुलिस ने 11 ऐसे एजेंटों को गिरफ्तार किया है जो यात्रियों को ‘गधे मार्ग’ से भेज रहे थे।
एक हालिया मामला
एक मामले में, एक यात्री को अमेरिका से निर्वासित किया गया क्योंकि वह अवैध रूप से वहां गया था। उसने 2017 में दो एजेंटों की मदद से 20 लाख रुपये देकर ‘Donkey Routes’ का उपयोग किया। एजेंटों ने उसे दुबई, क्यूबा, पेरू, निकारागुआ, मेक्सिको और अंततः अमेरिका भेजा।
इस कठिन यात्रा के दौरान यात्री को भूखे और बिना नींद के रहना पड़ा। एजेंटों ने उसका असली पासपोर्ट जब्त कर लिया। 2023 में शिकागो में एक झगड़े के कारण उसे नौ महीने की सजा हुई और अंततः वह निर्वासित कर दिया गया।
दूसरा मामला
एक दूसरे मामले में राजस्थान के दो एजेंटों को गिरफ्तार किया गया जिन्होंने एक यात्री को थाईलैंड के पर्यटक वीजा पर भेजा और वहां से अवैध तरीके से मलेशिया भेजा। मलेशिया में उसे काम दिलाया गया और उसके पासपोर्ट पर नकली इमिग्रेशन मुहरें लगाई गईं। जब वह भारत वापस आया तो एयरपोर्ट पर पकड़ा गया क्योंकि उसके पासपोर्ट पर वीजा-ऑन-अराइवल मुहर अक्टूबर 2022 की थी जबकि पासपोर्ट मई 2023 में जारी किया गया था।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
IGI एयरपोर्ट पुलिस ने अब तक 108 फर्जी एजेंटों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने और इमिग्रेशन प्रक्रियाओं की अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुलिस की सक्रियता और सख्त कार्रवाई ने संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई में उनकी दृढ़ता को दर्शाया है।