डेली संवाद, चंडीगढ़/अमृतसर। Punjab News: पंजाब के बिजली और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. (Harbhajan Singh ETO) ने आज कहा कि पंजाब भर के सभी सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में आयोजित की जा रही मेगा माता-पिता-शिक्षक बैठकों (PTM) ने शिक्षकों, छात्रों और उनके माता-पिता के बीच एक गहरा रिश्ता कायम करते हुए राज्य के भीतर शिक्षा प्रणाली को प्रोत्साहित करने वाला माहौल पैदा किया है।
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अमृतसर (Amritsar) जिले में जंडियाला गुरु में स्कूल ऑफ एमिनेंस (लड़कियां), लड़कों के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूल, छेहरटा में स्कूल ऑफ एमिनेंस, और माल रोड अमृतसर में स्कूल ऑफ एमिनेंस में आज तीसरी मेगा माता-पिता-शिक्षक बैठक में शामिल होने के दौरान कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने शिक्षकों, छात्रों और उनके माता-पिता के साथ बातचीत की।
उन्होंने कहा कि मेगा माता-पिता-शिक्षक बैठकें छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन, 100 प्रतिशत हाजिरी सुनिश्चित करने के साथ-साथ 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने सहित विभिन्न मुख्य उद्देश्यों पर केंद्रित हैं।
सुविधाओं के बारे में भी विचार-विमर्श किया
बिजली मंत्री ने बताया कि इन बैठकों के दौरान बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम, करियर एनहांसमेंट कार्यक्रम (सी.ई.पी.), प्रोग्राम फॉर अकादमिक और करियर एक्सीलेंस (पी.ए.सी.ई) और छात्रों को दी जा रही अन्य सुविधाओं के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने आगे कहा कि स्कूलों द्वारा छात्रों की जानकारी में वृद्धि के लिए कराए गए दौरे भी चर्चा का विषय रहे।
कैबिनेट मंत्री ई.टी.ओ ने कहा कि मेगा माता-पिता-शिक्षक बैठकों के दौरान, शिक्षकों ने सितंबर की परीक्षा के परिणामों के साथ-साथ छात्रों की कार्यक्षमता पर व्यक्तिगत फीडबैक दिया और पढ़ाई से संबंधित छात्रों की व्यक्तिगत जरूरतों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही माता-पिता ने स्कूल के बुनियादी ढांचे का मूल्यांकन किया, चिंताएँ व्यक्त की, और अपने बच्चों के शैक्षणिक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कीमती सुझाव दिए।
सरकार का मुख्य उद्देश्य छात्रों के लिए एक मजबूत…
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार की शिक्षा के मानक को ऊंचा उठाने और शैक्षणिक प्रक्रिया में सभी हितधारकों को शामिल करने की प्रतिबद्धता को उजागर करते हुए कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने कहा कि इन बैठकों में माता-पिता को शामिल करने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य छात्रों के लिए एक मजबूत सहायता प्रणाली तैयार करके उनके समग्र विकास और सफलता को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इन बैठकों ने राज्य में संपूर्ण शैक्षणिक माहौल सृजन के लिए पंजाब सरकार की समर्पण को भी उजागर किया है।
स्कूल ऑफ एमिनेंस, माल रोड का दौरा करते हुए कैबिनेट मंत्री स. ई.टी.ओ. ने स्कूल के बच्चों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा उन बच्चों को 2000/- रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है जो बच्चे को किसी काम को करने के लिए नए आइडिया लेकर आते हैं।
उन्होंने कहा कि इन बच्चों द्वारा लगाए गए स्टॉल बहुत ही आशाएं हैं। कैबिनेट मंत्री स. हरभजन सिंह ने बच्चों द्वारा लगाए गए स्टॉलों से सामान भी खरीदा और प्रत्येक स्टॉल के बच्चों को 500-500 रुपये नकद इनाम के रूप में भी दिए।
शिक्षकों से बच्चों के लिए फीडबैक लिया
डिप्टी कमिश्नर मैडम साक्षी साहनी ने भी स्कूल ऑफ एमिनेंस, माल रोड का दौरा कर माता-पिता-शिक्षक मीटिंग के दौरान बच्चों के साथ बातचीत की और उनके माता-पिता और शिक्षकों से बच्चों के लिए फीडबैक लिया। उन्होंने बताया कि सरकार का यह बहुत अच्छा उपराल है जिसमें माता-पिता शिक्षकों से अपने बच्चे की फीडबैक लेते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षा सुविधाओं में काफी सुधार लाया गया है जिससे सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी स हरभगवंत सिंह, प्रिंसिपल स्कूल ऑफ एमिनेंस, माल रोड श्रीमती मनदीप कौर, स्कूल ऑफ एमिनेंस छेहरटा की प्रिंसिपल श्रीमती मनमीत कौर के अलावा बड़ी संख्या में शिक्षक और माता-पिता मौजूद थे।