डेली संवाद, पटियाला। Punjab News: भाषा विभाग पंजाब द्वारा पंजाबी माह संबंधी आयोजित करवाए जा रहे कार्यक्रमों की शुरुआत आज पटियाला (Patiala) में होगी। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाषा मंत्री पंजाब, सरदार हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains) शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाषा विभाग पंजाब के निदेशक श्री जसवंत सिंह ज़फ़र करेंगे।
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यह कार्यक्रम भाषा विभाग के पटियाला स्थित मुख्य कार्यालय में होगा। इस मौके पर पंजाबी भाषा के वर्ष 2022, 23 और 24 से संबंधित श्रेष्ठ साहित्यिक पुस्तकों के पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होंगी।
पंजाबी माह के दौरान पूरे राज्य में पंजाबी भाषा पर संगोष्ठियाँ, संवाद, सेमिनार, कवि दरबार, नाटक, लोक नृत्य और संगीत प्रस्तुतियाँ आयोजित की जाएंगी। समस्त कार्यक्रमों के दौरान विभागीय पुस्तकों की प्रदर्शनियाँ भी लगाई जाएंगी।
धरती–अंबर दी
वर्ष 2021 के लिए घोषित पुरस्कारों में बलदेव सिंह को सूरज कदे नहीं मरदा के लिए नानक सिंह पुरस्कार (उपन्यास) मिलेगा। इसी प्रकार वर्ष 2022 के लिए घोषित पुरस्कारों में विजय विवेक को छिणभंगर वी कालातीत वी के लिए ज्ञानी गुरमुख सिंह मुसाफिर पुरस्कार (कविता), विद्वान सिंह सोनी को दिलचस्प कहानी धरती–अंबर दी के लिए डॉ. एम.एस. रंधावा पुरस्कार (ज्ञान साहित्य)।
डॉ. मनजीत कौर आज़ाद को विश्व संस्कृति बनाम स्थानीय संस्कृति के लिए डॉ. अतर सिंह पुरस्कार (आलोचना), केवल धालीवाल को गढ़ी चमकौर दी के लिए ईश्वर चंद्र नंदा पुरस्कार (नाटक/एकांकी), जगतारजीत सिंह को चित्रकारी में गुरु नानक के लिए गुरबख्श सिंह प्रीतलड़ी पुरस्कार (निबंध/सफ़रनामा)।
नवदीप सिंह गिल को उड़ना बाज़ (ओलंपियन गुरबचन सिंह रंधावा) के लिए भाई वीर सिंह पुरस्कार (जीवनी/टिकाकारी/कोशकारी), डॉ. जे.बी. सेखों को चौथा पहर के लिए प्रिंसिपल तेजा सिंह पुरस्कार (संपादन), अरविंदर कौर धालीवाल को झांझरां वाले पैर के लिए प्रिंसिपल सुजान सिंह पुरस्कार (कहानी संग्रह), भजनवीर सिंह को मोइयां दे राह के लिए प्रो. गुरदियाल सिंह पुरस्कार (अनुवाद), और डॉ. सुदर्शन गासो को किन्नां सोहणा अंबर लगदै के लिए श्री गुरु हरिकृष्ण पुरस्कार (बाल साहित्य) दिया जाएगा।
शेरां वर्गा शेर के लिए…
वर्ष 2022-23 के लिए, लखविंदर जौहल को पानी होए विचार के लिए ज्ञानी गुरमुख सिंह मुसाफिर पुरस्कार (कविता), अजीज सरोए को अपने लोक के लिए नानक सिंह पुरस्कार (उपन्यास), बलदेव सिंह धालीवाल को कंज–कुआर धरती के लिए गुरबख्श सिंह प्रीतलड़ी पुरस्कार (निबंध/सफरनामा), राकेश कुमार को क्रांतिकारी शेर जंग: शेरां वर्गा शेर के लिए भाई वीर सिंह पुरस्कार (जीवनी/टिकाकारी/कोशकारी)।
डॉ. सरवन सिंह परदेसी को सूफी लहर दा सामाजिक मॉडल के लिए डॉ. अतर सिंह पुरस्कार (आलोचना), हरदीप कौर बावा को ना नर ना नारी के लिए प्रिंसिपल तेजा सिंह पुरस्कार (संपादन), प्रिंसिपल डॉ. इंदरजीत सिंह वासू को गुरमत संपूर्ण जीवन दा मार्ग के लिए डॉ. एम.एस. रंधावा पुरस्कार (ज्ञान साहित्य)।
सिमरत सुमेरा को सुनहरी टापू के लिए श्री गुरु हरिकृष्ण पुरस्कार (बाल साहित्य), बूटा सिंह चौहान को चोर उचक्के के लिए प्रो. गुरदियाल सिंह पुरस्कार (अनुवाद), और निहाल सिंह मान को भाई कांह सिंह नाभा पुरस्कार (व्याकरण/भाषाविज्ञान/संदर्भ ग्रंथ) से सम्मानित किया जाएगा।
पंजाब उत्ते कब्जा
वर्ष 2024 के लिए रणधीर को खत…जो लिखणों रह गए के लिए ज्ञानी गुरमुख सिंह मुसाफिर पुरस्कार (कविता), जसविंदर धरमकोट को मेलानिन के लिए प्रिंसिपल सुजान सिंह पुरस्कार (कहानी/मिनी कहानी), सतनाम सिंह संधू को शब्दां दे चिराग के लिए गुरबख्श सिंह प्रीतलड़ी पुरस्कार (निबंध/सफरनामा), प्रो. (डॉ.) परमजीत सिंह ढींगरा को शब्दो वंजारियो के लिए भाई वीर सिंह पुरस्कार (जीवनी/टिकाकारी/कोशकारी)।
संपादक सरबजीत सिंह विरक एडवोकेट को समूचियाँ लिखतां शहीद भगत सिंह के लिए प्रिंसिपल तेजा सिंह पुरस्कार (संपादन), परमजीत मान को समुंदरनामा छलां नाल गलां के लिए डॉ. एम.एस. रंधावा पुरस्कार (ज्ञान साहित्य), जगजीत सिंह लड्डा को प्यारा भारत के लिए श्री गुरु हरिकृष्ण पुरस्कार (बाल साहित्य)।
तेजा सिंह तिलक को पंजाब उत्ते कब्जा अते महाराजा दिलीप सिंह (नंद कुमार देव शर्मा) को प्रो. गुरदियाल सिंह पुरस्कार (अनुवाद) और डॉ. गुरसेवक लंबी को बस्तिवाद, उत्तर बस्तिवाद ते पंजाबी नाटक (आलोचना) के लिए डॉ. अतर सिंह पुरस्कार (आलोचना) दिया जाएगा।