डेली संवाद, नई दिल्ली। Sustainable Development: कृषि और किसानों के कल्याण के लिए समर्पित संगठन समुन्नति ने शुक्रवार को अंबाला स्थित नॉर्दर्न फॉर्मर्स एफपीओ संग समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। यह उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में फैले 50 से अधिक किसान उत्पादक संगठनों का समूह है।
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इस साझेदारी का उद्देश्य कृषि संबंधी सेवाओं, तकनीकी सहायता, ऋण और निवेश, सतत कृषि प्रथाओं तथा निर्यात के साथ-साथ नए और लाभकारी बाजारों तक किसानों की पहुंच सुनिश्चित कराना है। दोनों संगठन मिलकर किसानों को सतत कृषि तकनीकों को अपनाने में मदद करेंगे। इससे लागत में तो कमी आएगी ही जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन में भी मदद मिलेगी। यही नहीं साझेदारी के जरिए धान के अपशिष्ट के निपटान पर भी ध्यान दिया जाएगा।
खाद के रूप में पुनः उपयोग किया जाएगा
इससे बायोमास प्लेट्स का उत्पादन किया जाएगा,जो बायोफ्यूल संयंत्रों में उपयोग होंगे और इसके परिणामस्वरूप निकले अवशेषों को खाद के रूप में पुनः उपयोग किया जाएगा। इससे कृषि अपशिष्ट प्रबंधन में मदद मिलेगी साथ ही पराली जलाने से होने वाले क्षेत्रीय प्रदूषण की समस्या का भी समाधान होगा। समुन्नति के संस्थापक और सीईओ अनिल कुमार एसजी ने कहा कि नॉर्दर्न फार्मर्स’ मेगा एफपीओ के साथ यह सहयोग किसानों के लिए एक सतत और आर्थिक रूप से सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
व्यापार करने में मदद करने हेतु प्रतिबद्ध
हम एक साथ मिलकर किसानों को अधिक लाभकारी तरीके से उत्पादन करने और व्यापार करने में मदद करने हेतु प्रतिबद्ध है, जिससे हम भारत में टिकाऊ कृषि अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकें। समुन्नति और नॉर्दर्न फार्मर्स’ FPO के बीच यह साझेदारी देश के किसानों के लिए एक अनूठे सहयोग का मॉडल प्रस्तुत करेगी, जिसमें किसान स्वामित्व वाली कंपनी और बाजार का शीर्ष नेतृत्व मिलकर किसानों की समृद्धि के लिए कार्य करेंगे।
वहीं नॉर्दर्न फार्मर्स एफपीओ के संस्थापक और निदेशक पुनीत सिंह ने समुन्नति संग साझेदारी को मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी के जरिए हम संसाधनों, टिकाऊ प्रथाओं, नए बाजारों और आवश्यक ऋण तक अपने एफपीओ की पहुंच सुनिश्चित करा रहे हैं। ताकि किसानों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव ले आया जा सके।