डेली संवाद, जालंधर/अमृतसर। GST Scam in Punjab: पंजाब में GST स्कैम को लेकर बड़ा खुलासा होने वाला है। इसमें राज्य जीएसटी (GST) के अफसरों समेत सैंट्रल जीएसटी के अफसर शामिल हैं। इन अफसरों से चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के साथ सीधी मिलीभगत है, जिससे जालंधर (Jalandhar) समेत कई शहरों के बड़े कारोबारियों को सीधा फायदा पहुंचाया जा रहा है।
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आपको बता दें कि शुक्रवार रात को जालंधर (Jalandhar) शहर का मशहूर चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) गुरसेवक सिंह 10 लाख रुपए रिश्वत के साथ पकड़ा गया है। इसके कनैक्शन जालंधर के बड़े कारोबारियों के साथ सीधे तौर पर हैं। कहा जा रहा है कि गुरसेवक सिंह के साथ मिलकर कई बड़े कारोबारी और कुछ ट्रांसपोर्टर करोड़ों रुपए की जीएसटी चोरी कर रहे हैं।
स्क्रैप कारोबारी, तांबा और पीतल कारोबारी से संबंध
सूत्र बताते हैं कि सीएम गुरसेवक सिंह बड़े स्क्रैप कारोबारी, तांबा और पीतल कारोबारी के साथ साथ इंडस्ट्रिय़ल इलाके के कई कारोबारियों का बही खाता मेनटेन करता रहा है। क्योंकि ये कारोबारी बिना जीएसटी बिल के ही करोड़ों रुपए का सामान इधर से उधर भेज रहे हैं। इसमें इंडस्ट्रियल एरिया के एक बड़े ट्रांसपोर्टर की सीधी मिलीभगत है।
इंडस्ट्रिल एरिया के इस बड़े ट्रांसपोर्टर के साथ मिलकर कई कारोबारियों के करोड़ों रुपए का माल दूसरे शहरों या प्रदेशों में बिना जीएसटी बिल के भेजा जा रहा है। जिससे राज्य और केंद्र सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। उक्त ट्रांसपोर्टर के परिसर में जीएसटी टीम ने छापा मारकर कई खुलासा भी किया था, लेकिन बाद में सबकुछ सामान्य हो गया।
मोबाइल विंग ने कसा शिकंजा
उधर, एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के मोबाइल विंग ने टैक्स माफिया पर कार्रवाई की है। विंग ने 7 ट्रक काबू किए हैं। इसमें 2 ट्रक ऐसे भी शामिल हैं, जिन्हें एक को पंजाब से हिमाचल जाते हुए काबू किया था, वहीं एक ट्रक को जम्मू से माल लेकर आते अमृतसर में पड़ा है। कुल मिलाकर पंजाब से आने और जाने वाले दोनों प्रकार के वाहनों पर खुलकर जुर्माना वसूला है।
मोबाइल विंग द्वारा बरामद किए गए बाकी अन्य इन वाहनों पर लदान किए गए अन्य सामान पर कुल 17.14 लाख रुपए जुर्माना वसूला है। बताना जरूरी है कि मोबाइल विंग द्वारा वाहनों पर लदे हुए माल पर इतना बड़ा जुर्माना करने के बाद टैक्स माफिया में हड़कंप की स्थिति पैदा हो चुकी है।
स्क्रैप की गाड़ियों का पकड़ा
लंबे समय से इस प्रकार के वाहन आम तौर पर पंजाब की इस्पात नगरी गोविंदगढ़ की तरफ जाते रहे हैं, जहां पर सभी प्रकार के स्क्रैप की भारी खपत है लेकिन अब बड़ी संख्या में स्क्रैप आदि के वाहन हिमाचल की तरफ जा रहे हैं।
मोबाइल विंग के असिस्टेंट कमिश्नर अमृतसर बॉर्डर रैंज महेश गुप्ता को इनपुट था कि एक ‘लैड’ मेट्रीरियल से लदा हुआ ट्रक हिमाचल के इंडस्ट्रियल एरिया बद्दी में जाने की तैयारी में हैं। सूचना यह भी थी कि लैड मटेरियल कीमती होता है और इसका प्रयोग बैटरियों के लिए किया जाता है।
ट्रक को जालंधर के इर्द-गिर्द ही घेरा
सहायक कमिश्नर महेश गुप्ता द्वारा बनाई गई प्लॉनिंग में इस बार भी मोबाइल विंग के ईटीओ पंडित रमन कुमार शर्मा के नेतृत्व तले टीम रवाना कर दी। पता चला कि इस ट्रक को वाया होशियारपुर से हिमाचल भेजने की योजना थी। वहीं पर मोबाइल टीम द्वारा वाहन की घेराबंदी में ट्रक को जालंधर के इर्द-गिर्द ही घेर लिया गया।
अपने को ‘घिरा’ हुआ पाकर वाहन चालक मोबाइल टीम को यही कहकर झांसा देने का प्रयास कर रहे थे कि ‘ट्रक तो खाली है’, लेकिन जैसे ही मोबाइल विंग ने ट्रक की तलाशी ली तो वहां लैड मेटल का स्क्रैप मिला।
8.26 लाख रुपए जुर्माना वसूला
बताया जाता है कि लैड-मटेरियल वजन में बहुत भारी होता है, इसलिए यदि ट्रक के निचले हिस्से पर भी बिछाया जाए तो इसका पता नहीं चलता और ट्रक ऊपर से खाली दिखाई देता है। अधिकारी रमन शर्मा द्वारा जब ट्रक के टायर देखे जो दबे हुए थे तो अनुमान लगा कि वाहन पर भारी वजन है।
पोल खोलने के उपरांत उपरोक्त वाहन पर 8.26 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया। इसी प्रकार मोबाइल विंग टीम ने होशियारपुर से जा रहे एक वाहन को फगवाड़ा के निकट पकड़ लिया, जिसमें सफेदे की लकड़ी थी। मोबाइल टीम ने इस पर 70 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया।